ईरान ने हाल ही में एक मल्टीनेशनल सैन्य अभ्यास किया है जो शंघाई सहयोग संगठन के देशों के बीच नियत होता है। जून में ईरान के मिसाइल ठिकानों पर हुए हमले के बाद दुनिया में उनकी प्रतिक्रिया को लेकर चिंता बढ़ गई है। ईरान एक जिद्दी और लंबे समय तक घटनाओं को याद रखने वाला देश है। इसलिए यह माना जा रहा है कि वे आसानी से हथियार डालने वाले नहीं हैं।