बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों पर शाजिया इल्मी ने कहा कि किसी सभ्य समाज में इसे कैसे स्वीकार किया जा सकता है. बांग्लादेशी हिंदू, जो वहाँ के मूल निवासी हैं, उन्हें बाहरी नहीं माना जाना चाहिए. इसके बावजूद भी वे निशाने पर हैं.