राष्ट्रपति पुतिन ने कई देशों में युवाओं के विरोध प्रदर्शन का समाना किया है. ये विरोध नई तकनीकों और सोशल नेटवर्क के माध्यम से युवाओं की बढ़ती सक्रियता को दर्शाते हैं. युवा अक्सर सोचते हैं कि उनका संघर्ष अकेला है, लेकिन इतिहास और साहित्य में पुरानी और नई पीढ़ी के बीच सदैव द्वंद्व रहा है. मोबाइल और मैसेजिंग एप्स युवाओं को जोड़ने और उनकी आवाज़ को फैलाने का मुख्य जरिया बन गए हैं.