इटावा के भरथना थाना के मुड़ैना गांव निवासी रोहित यादव की पहली पोस्टिंग झांसी में सिविल पुलिस में हुई थी. ड्यूटी के दौरान जब भी ट्रेन कोरारी स्टेशन पर रुकती तो गरीब परिवारों के बच्चे भीख मांगने आ जाते. ये देखकर रोहित ने उन्हें साक्षर बनाने की ठानी. ड्यूटी के बाद गांव जाकर उनके अभिभावकों से मिले और पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. उनकी ये कोशिश रंग लाई और सितंबर 2018 में गांव के बाहर एक पेड़ के नीचे पाठशाला की शुरुआत की.