क्या AI सारी नौकरी ही खा लेगा? ऐसा दावा भले ही हो रहा है, लेकिन सच नहीं है. इंसान भावनाओं से भरा हुआ है, हर बात और काम को करने का अलग भाव है जो सिर्फ AI के संभव का नहीं है. डॉक्टर हो या फिर कोई टीचर, फिल्म बनाने वाला हो या फिर बाकी कुछ ऐसे कई काम हैं, जहां AI सिर्फ आपका हेल्पर हो सकता है, आपकी नौकरी नहीं खा सकता है. और ये भी बात सही है, AI को संभालने, चलाने और डायरेक्शन देने वालों की नौकरी भी सुरक्षित ही है. यानी ये सच है कि AI कुछ अंतर डालेगा, लेकिन जहां इमोशन्स सबसे ऊपर होगे उन काम में AI भी कुछ नहीं कर पाएगा. क्यूंकि स्कूल में रोते हुए बच्चे को कोई टीचर ही पढ़ा सकता है, कोई AI नहीं.