अक्टूबर 2025 में ही हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो गई. गुलमर्ग, मनाली और केदारनाथ जैसे हिल स्टेशन स्नो कवर हो गए. लोग सोच रहे हैं – क्या इस सर्दी में भारत में भयानक ठंड की लहर चलेगी? Photo: PTI
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, ला नीना के प्रभाव से इस बार सर्दी सामान्य से ठंडी होने की 71% संभावना है. लेकिन क्या यह भयानक होगी? Photo: PTI
ला नीना एक प्राकृतिक मौसम की घटना है, जो प्रशांत महासागर में ठंडे पानी के कारण होती है. यह एल नीनो (गर्म पानी) का उल्टा है. जब ला नीना आती है, तो भारत के उत्तर और मध्य भागों में ठंड बढ़ जाती है. अमेरिकी क्लाइमेट सेंटर के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक ला नीना बनने की 71% संभावना है. Photo: PTI
IMD भी कहता है कि दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक सर्दी ठंडी रहेगी. खासकर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में असर ज्यादा होगा. दक्षिण और पश्चिम भारत में हल्का प्रभाव पड़ेगा. Photo: PTI
इस साल वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) ने जल्दी असर दिखाया. 5-9 अक्टूबर को उत्तर-पश्चिम हिमालय में बर्फबारी हुई. जम्मू-कश्मीर में गुलमर्ग, सोनमर्ग और श्रीनगर के ऊंचे इलाकों में बर्फ गिरी. हिमाचल प्रदेश में किलॉन्ग, लाहौल-स्पीति, मनाली और रोहतांग पास सफेद हो गए. उत्तराखंड में केदारनाथ में हल्की बर्फबारी हुई. Photo: PTI
स्काईमेट वेदर के अनुसार, 9 अक्टूबर के बाद ज्यादा बर्फबारी नहीं हुई. लेकिन यह शुरुआती संकेत है कि सर्दी जल्दी आ रही है. पर्यटकों को खुशी हुई, लेकिन सड़कें बंद होने से यात्रा प्रभावित हुई. Photo: PTI
IMD का कहना है कि इस सर्दी में तापमान सामान्य से 0.5-1 डिग्री कम रहेगा. ठंडी हवाओं की लहर की संभावना है, खासकर जनवरी-फरवरी में. लेकिन भयानक या रिकॉर्ड तोड़ने वाली ठंड की पुष्टि नहीं हुई. दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 4-6 डिग्री तक गिर सकता है. Photo: PTI
हिमालयी क्षेत्र में ज्यादा बर्फबारी, लेकिन बाढ़ या भूस्खलन का खतरा कम. मध्य और पूर्व भारत में हल्की ठंड, बारिश के साथ. दक्षिण भारत में सामान्य सर्दी, ज्यादा बदलाव नहीं. Photo: PTI
इस बार सर्दी ठंडी तो होगी, लेकिन भयानक होने की पूरी संभावना नहीं. ला नीना के कारण शुरुआत जल्दी हो गई, लेकिन IMD की नजर है. अगर कोल्ड वेव आई, तो सरकार अलर्ट जारी करेगी. आप भी IMD ऐप डाउनलोड कर लें. Photo: PTI