इंडोनेशिया के अचे प्रांत में दिल जीतने वाली तस्वीर देखने को मिली. जंगल काटने के बाद आई तबाही से उबरने के लिए लोग हाथियों की मदद ले रहे हैं. जो जंगली जीव हैं. हवा से ली गई इस तस्वीर में एक सुंदरवन हाथी को पेड़ों के मलबे को साफ करते देखा जा सकता है, जो फ्लैश फ्लड के बाद बिखरा पड़ा है. Photo: AFP
यह दृश्य इंडोनेशिया के अचे प्रांत के पिडिए जया जिले के मेरेउदु शहर का है, जहां हफ्तों से हो रही भारी बारिश ने पूरे सुमात्रा द्वीप को यमराज के चंगुल में जकड़ लिया है. यह तस्वीर न सिर्फ प्रकृति की मारामारी को दर्शाती है, बल्कि मानव-वन्यजीव सहयोग की एक दुर्लभ मिसाल भी पेश करती है. Photo: Reuters
लेकिन इस तस्वीर के पीछे छिपी सच्चाई बेहद दर्दनाक है – बाढ़ से मरने वालों की संख्या 950 से अधिक हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग लापता हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी (BNPB) के अनुसार, अचे, उत्तरी सुमात्रा और पश्चिमी सुमात्रा प्रांतों में फ्लैश फ्लड और भूस्खलन ने अब तक 950 लोगों की जान ले ली है. Photo: AFP
इसके अलावा, 274 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें से कई को मलबे के नीचे दबा हुआ माना जा रहा है. हफ्तों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया, जिससे हजारों गांव और शहर पानी में डूब गए. अचे प्रांत के पिडिए जया, सेंट्रल अचे, बेनेर मेरिया और अन्य जिलों में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. Photo: AFP
जहां सड़कें टूट चुकी हैं. पुल बह गए हैं. बिजली-पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो चुकी है. यूनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 32 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. जिनमें से 10 लाख से अधिक को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. लेकिन राहत कार्य में बाधा बन रही क्षतिग्रस्त सड़कें और टूटे पुल – कई इलाके अभी भी पहुंच से बाहर हैं. Photo: AFP
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, आश्रय और दवाओं की भारी कमी हो गई है. बंदा अचे शहर में पीने के पानी और ईंधन के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं, जबकि अंडे जैसे बुनियादी सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं. अचे के गवर्नर मुजाकिर मैनाफ ने कहा कि सब कुछ की कमी है, खासकर चिकित्सा कर्मियों की. डॉक्टरों की भारी कमी है. Photo: AFP
बाजारों में चावल, सब्जियां और अन्य आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक खत्म हो चुका है. कीमतें तीन गुना बढ़ गई हैं. इस्लामिक रिलीफ जैसी संस्थाओं ने चेतावनी दी है कि अगर सप्लाई चेन सात दिनों के अंदर बहाल न हुई, तो भुखमरी का खतरा मंडराने लगेगा. Photo: AFP
सरकार ने राहत के तौर पर 34,000 टन चावल और 68 लाख लीटर खाना पकाने का तेल भेजा है, लेकिन वितरण में देरी हो रही है. इंटरनेट नेटवर्क भी कई इलाकों में ठप हैं, जिससे संचार कट गया है. इस विपदा में वन्यजीव भी चपेट में आ गए हैं. Photo: AFP
पिडिए जया जिले के मेनुआह लहोक गांव में एक वयस्क सुंदरवन हाथी का शव मलबे में फंसा मिला, जो बाढ़ की तीव्र धारा में बहकर आया था. यह प्रजाति गंभीर रूप से लुप्तप्राय है. हाल के महीनों में कई हाथियों की मौत ने विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है. भूमि उपयोग में बदलाव और आवास हानि ने वन्यजीवों को खतरे में डाल दिया है. Photo: AFP
इंडोनेशिया की मोबाइल ब्रिगेड कोर ने बाढ़ के बाद मलबा हटाने के लिए सुंदरवन हाथियों का सहारा लिया. महावतों के साथ ये हाथी पेड़ों के मलबे को साफ कर रहे हैं, जो भारी मशीनरी के पहुंचने से पहले एक अस्थायी समाधान साबित हो रहा है. यह दृश्य न सिर्फ राहत का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन की याद दिलाता है. Photo: Reuters