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अफगानिस्तान में भूकंप से 812 से ज्यादा लोग मरे, 2800 घायल... सामने आईं तबाही की भयानक तस्वीरें

आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 01 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:17 PM IST
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1 सितंबर 2025 को पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहर और कुनार प्रांतों में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे 800 से ज्यादा लोग मारे गए और 2,800 से अधिक घायल हुए. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जालालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में था. इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर थी. Photo: AP

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अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने भी इसे 6.0 तीव्रता का बताया. यह भूकंप रविवार रात 11:47 बजे आया, जो पाकिस्तान सीमा के पास है. तालिबान सरकार ने कहा कि कुनार में 610 मौतें और नंगरहर में 12 हुईं. कई गांव मलबे में दब गए. भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं. बचाव कार्य जारी है, लेकिन पहाड़ी इलाके और बारिश से मुश्किल हो रही है. Photo: Reuters

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GFZ और USGS के अनुसार भूकंप का केंद्र नंगरहर प्रांत के जालालाबाद से 27 किलोमीटर दूर था. तीव्रता 6.0 रिक्टर स्केल पर मध्यम है, लेकिन उथली गहराई (8-10 किमी) होने से सतह पर ज्यादा नुकसान हुआ. उथले भूकंप कंपन को तेजी से फैलाते हैं, इसलिए घरों को ज्यादा तोड़ते हैं. Photo: AP

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रात 11:47 बजे लोग सो रहे थे तब भूकंप आया.20 मिनट बाद 4.5 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया. उसके बाद 5.2 तीव्रता के झटके. अफगानिस्तान हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में स्थित है, जहां इंडियन और यूरेशियन टेक्टॉनिक प्लेट्स के टकराव से भूकंप आते हैं. Photo: AP

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यहां सालाना 100 से ज्यादा भूकंप होते हैं. पाकिस्तान में भी झटके महसूस हुए, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि 812 लोग मारे गए और 2,817 घायल. Photo: AFP
 

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स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान ने बताया कि कुनार में 610 मौतें, नंगरहर में 12 लोग मारे गए हैं. कुनार के नुर्गल जिले के मजार-ए-दरा गांव में दर्जनों मौतें, सैकड़ों घायल हुए हैं. कई घर ढह गए. नंगरहर के दराई नूर जिले में 9 मौतें और 30 चोटें. ज्यादातर मौतें मिट्टी के घरों के ढहने से हुईं. Photo: AP

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कुनार के तीन गांव पूरी तरह नष्ट हो गए. कई अन्य में भारी नुकसान. भूस्खलन और भारी बारिश से सड़कें बंद हो गईं, जिससे बचाव मुश्किल. हेलीकॉप्टर से 335 घायलों को जालालाबाद अस्पताल ले जाया गया. मृतकों में बच्चे भी शामिल, जैसे दराई नूर में दो बच्चे छत गिरने से मारे गए. कुल प्रभावित 12,000 से ज्यादा. Photo: AP

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अफगानिस्तान हिंदू कुश क्षेत्र में है, जो प्लेट टेक्टॉनिक्स का सक्रिय जोन है. यहां इंडियन प्लेट का यूरेशियन प्लेट से टकराव 39 मिमी/वर्ष की रफ्तार से होता है. अक्टूबर 2023: 6.3 तीव्रता का भूकंप हेरात में, 1500-4000 मौतें. जून 2022: 6.1 तीव्रता का, 1000 मौतें. Photo: AFP

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अफगानिस्तान गरीब है, घर मिट्टी-ईंट के बने हैं, जो भूकंप में आसानी से गिर जाते हैं. तालिबान सरकार के आने (2021) के बाद विदेशी सहायता कम हुई, जिससे आपदा प्रबंधन कमजोर हो गई है. तालिबान सरकार ने तुरंत बचाव शुरू किया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 डॉक्टर और 800 किग्रा दवा कुनार भेजी. Photo: AP

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रक्षा मंत्रालय ने 40 फ्लाइट से 420 घायलों को ले जाया गया. लेकिन पहाड़ी इलाके, भूस्खलन और बारिश से रास्ते बंद है. हेलीकॉप्टर से बचाव हो रहा. तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि स्थानीय अधिकारी और वॉलंटियर्स बचाव में लगे हैं. Photo: AP

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में विनाशकारी भूकंप से गहरी चिंता है. भारत इस मुश्किल घड़ी में मदद देगा. 1000 टेंट काबुल भेजे हैं. 15 टन भोजन कुनार जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने UN टीम मोबिलाइज्ड की है जो जरूरतमंदों की मदद करेगी. Photo: AP

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यह भूकंप अफगानिस्तान की भूगर्भीय स्थिति और गरीबी की याद दिलाता है. 800+ मौतें और 2,800 चोटें कम लग सकती हैं, लेकिन उथली गहराई से नुकसान ज्यादा हुआ है. अंतरराष्ट्रीय मदद से स्थिति संभाली जा सकती है, लेकिन लंबे समय के लिए भूकंप प्रतिरोधी भवन और चेतावनी प्रणाली जरूरी. Photo: AP

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