आज तक के विशेष कार्यक्रम भाग्य चक्र में शैलेंद्र पांडेय अन्नकूट और गोवर्धन पूजा के महत्व पर चर्चा कर रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार, 'अन्नकूट के दिन एक ही रसोई से घर के हर सदस्य का भोजन बनता है...चार भाई हैं, चार रसोई है तो चार जगह नहीं बनेगा, एक ही जगह भोजन बनेगा'. यह पर्व, जो दीपावली के दूसरे दिन मनाया जाता है, मूल रूप से प्रकृति की पूजा है जिसका आरंभ भगवान कृष्ण ने किया था.