ऐसी मान्यता है कि परिक्रमा के दौरान किसी से बातचीत नहीं करनी चाहिए. जिस देवी-देवता की परिक्रमा कर रहे हैं, उनका ही ध्यान करना चाहिए. परिक्रमा वहीं पूरी होती है जहां से परिक्रमा प्रारंभ की जाती है. ज्योतिषी प्रवीण मिश्र से जानिए कि कौन से देवी-देवताओं की परिक्रमा कितनी बार करना चाहिए? जैसे भगवान सूर्य, संकटमोचन हनुमानजी, पीपल की कितनी बार परिक्रमा करें या जहां मंदिरों में परिक्रमा का मार्ग न हो वहां कैसे परिक्रमा करें. जिन देवताओं की परिक्रमा की संख्या का विधान मालूम न हो, उनकी कितनी बार परिक्रमा की जा सकती है. साथ ही आज का उपाय में जानेंगे कि पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाने के लिए क्या करें. . लेकिन कार्यक्रम की शुरुआत में बात करेंगे आपकी राशियों के राशिफल की.