Surya Rashi Parivartan 2020: ग्रहों के राजा सूर्य 17 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 50 मिनट पर तुला (Sun enters in Libra Zodiac) राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. सूर्य 16 नवंबर तक इसी राशि में रहेंगे. ज्योतिषविदों के मुताबित मेष राशि में सूर्य उच्च का और तुला राशि में नीच का माना जाता है. तुला राशि में सूर्य का गोचर (Surya Gochar 2020) वृषभ, सिंह, धनु और मकर राशि वालों के लिए फायदेमंद हो सकता है. आइए जानते हैं सूर्य का यह राशि परिवर्तन किन जातकों को लाभ देगा और किन्हें नुकसान.
मेष- सूर्य का आपकी राशि के सातवें घर में प्रवेश करेगा. इस भाव का स्वामी सूर्य दुर्बल अवस्था में है. कार्यक्षेत्र में उच्च प्रबंधन के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है, लेकिन इन मतभेदों को ज्यादा तूल न देना ही आपके लिए फायदेमंद रहेगा. बच्चों का स्वास्थ नाजुक रह सकता है. सूर्य पर शनि की दृष्टि भी पड़ रही है, इसलिए पिता के साथ मतभेद पैदा होने की भी संभावना है.
वृषभ- सूर्य ग्रह का गोचर आपके षष्ठम भाव में होगा. पेशेवर जीवन में आप ऊर्जा से भरे रहेंगे. आप में उत्साह देखने को मिलेगा और अपने अटके हुए काम भी पूरे करेंगे. यह गोचर उन लोगों के लिए शुभ साबित होगा जो लंबे समय से नौकरी में परिवर्तन करने की कोशिश कर रहे थे. आपको कई अवसर इस दौरान प्राप्त हो सकते हैं. हालांकि माता का खराब स्वास्थ्य आपकी परेशानी और चिंता का विषय बन सकता है. पैतृक संपत्ति को लेकर अपने भाई-बहनों के साथ विवाद हो सकते हैं.
मिथुन- सूर्य आपकी राशि के प्रेम, बुद्धि और संतान के पंचम भाव में गोचर करेगा. आपके इस भाव का स्वामी दुर्बल अवस्था में है. कार्यक्षेत्र में आपके प्रयास सही दिशा में नहीं जाएंगे. इस गोचर काल के दौरान किसी भी तरह की यात्रा करने से बचें, क्योंकि यात्राओं से लाभ की बजाय आपको हानि हो सकती है. स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए आपके बाहर का तला-भुना खाना खाने से बचना चाहिए. अपनी दिनचर्या में योग, ध्यान या किसी शारीरिक गतिविधि को जगह दें.
कर्क- इस गोचर काल के दौरान सूर्य अपनी दुर्बल अवस्था में आपके चतुर्थ भाव में रहेगा. सूर्य इस स्थिति में काफी कमजोर माना जाता है, इसलिए कर्क राशि के जातकों के लिए यह बहुत शुभ नहीं कहा जा सकता. आपकी कार्य क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है. माता की सेहत नाजुक रह सकती है. प्रॉपर्टी से जुड़े लेन-देन आदि में दिक्कतें आ सकती हैं. प्रॉपर्टी से जुड़े कामों को यदि इस दौरान नहीं करेंगे तो आपके लिए अच्छा रहेगा.
सिंह- सिंह राशि के जातकों के तृतीय भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा. आपकी रचनात्मकता इस दौरान शिखर पर होगी, अपने प्रयासों और कार्यों को करिश्माई ढ़ंग से पूरा कर पाएंगे. उच्च अधिकारियों से सराहना भी मिल सकती है. अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करने के लिए यह समय अच्छा है. इसलिए यदि आप खेलकूद जैसे किसी पेशे में हैं तो आपको कई अवसरों की प्राप्त हो सकती है. घर का माहौल बहुत सौहार्दपूर्ण रहेगा. आपके स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो यह समय अच्छा रहेगा.
कन्या- कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर संचित धन, परिवार और बचत के द्वितीय घर में होगा. सूर्य का यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. खर्चे बढ़ सकते हैं. अनावश्यक तनाव और मानसिक बेचैनी पैदा हो सकती है. द्वितीय भाव से आपकी वाणी पर भी विचार किया जाता है इसलिए बातचीत के दौरान आपको सही शब्दों का चुनाव करना चाहिए. आर्थिक रूप से यह समय अच्छा नहीं है, इसलिए इस गोचर के दौरान आपको निवेश करने से बचना चाहिए. विद्यार्थियों में इस दौरान एकाग्रता की कमी देखी जा सकती है.
तुला- सूर्य ग्रह का गोचर आपके लग्न भाव में होगा. सूर्य का यह गोचर आपके लिए भी बहुत अनुकूल नहीं रहेगा. आपकी सफलता और लाभ के एकादश घर के स्वामी सूर्य की यह स्थिति आपके लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि सूर्य यहां पर अपनी दुर्बल अवस्था में है. आत्मविश्वास की कमी देखी जा सकती है. पारिवारिक जीवन और व्यक्तिगत संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. सूर्य एक शुष्क ग्रह है और पित्त प्रकृति का कारक है, इसलिए आपको त्वचा से संबंधी समस्याएं इस दौरान हो सकती हैं.
वृश्चिक- वृश्चिक राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा. सूर्य का द्वादश भाव में गोचर आपके लिए भी शुभ नहीं कहा जा सकता है. कार्यों को पूरा करने में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. समस्या का सही समाधान नहीं मिल पाएगा. आपकी कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि इस दौरान विदेशों से जुड़ा कोई लाभ आपको हो सकता है. पिता या पितातुल्य किसी व्यक्ति से आपके मतभेद हो सकते हैं, जिससे घर का माहौल खराब होगा. नीच के सूर्य पर शनि की दृष्टि होने के कारण आपको नींद से जुड़ी कोई परेशानी हो सकती है.
धनु- सूर्य इस गोचर काल के दौरान लाभ के एकादश भाव में स्थित होगा. यह गोचर आपके लिए कई मायनों में सफलतादायक सिद्ध होगा. कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से प्रशंसा और सराहना प्राप्त होगी. आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. आपके बहुत कम प्रयास के बाद भी आपके कई महत्वपूर्ण काम पूरे हो जाएंगे. कार्यक्षेत्र में अपने करीबी अधिकारियों से भी पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा. पिता के साथ मनमुटाव दूर होगा. स्वास्थ अच्छा रहेगा और आप खुद को फिट महसूस करेंगे.
मकर- मकर राशि के जातकों के दशम भाव में सूर्य देव का गोचर होगा. इस भाव से आपके कर्म और करियर पर विचार किया जाता है. सूर्य का यह गोचर आपके लिए शुभ रहेगा. कार्यक्षेत्र में अपने वरिष्ठों और अधिनस्थों से दो कदम आगे रहेंगे. पद प्रमोशन के योग बन रहे हैं. पिता के साथ इस दौरान आपके संबंध सुधरेंगे. पार्टनर से किसी तरह का सरप्राइज गिफ्ट मिल सकता है. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को इस अवधि के दौरान अनुकूल वातावरण मिलने की संभावना है.
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा. जीवनसाथी के साथ आपका टकराव हो सकता है. लेकिन आपको जीवनसाथी को हर स्थिति में मनाना चाहिए क्योंकि कहीं न कहीं उनका साथ आपकी तरक्की और भाग्य से जुड़ा हुआ है. खर्चे बढ़ सकते हैं और घाटा होने की भी संभावना है. आपको धैर्य बनाए रखना चाहिए. पिता, पितातुल्य या अनुभवी लोगों से सलाह लेकर ही कोई कदम उठाना चाहिए. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों की एकाग्रता में कमी आ सकती है. स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन आपको अपने खान-पान को लेकर सतर्क रहना होगा.
मीन- सूर्य ग्रह का गोचर आपके परिवर्तन और अनिश्चितता के अष्टम भाव में होगा जिसके चलते आपके जीवन में कुछ परेशानियां आ सकती हैं. आर्थिक और पेशेवर रूप से देखा जाए तो यह समय चुनौतीपूर्ण रहेगा. अगर आप नौकरी में परिवर्तन करने के बारे में विचार बना रहे हैं तो फिलहाल ऐसा सोचना बंद कर दीजिए. आपके शत्रु आपके खिलाफ किसी तरह की साजिश कर सकते हैं. इस गोचर के दौरान आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है. ससुराल पक्ष के लोगों से आपके मतभेद हो सकते हैं. आपको आंखों और दांतों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.