Vastu Tips: घर का ये कोना होता है सबसे शुभ, यहां एक गलती से संपत्ति-स्वास्थ्य पर होगा बुरा असर

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का ईशान कोण हमेशा हल्का, स्वच्छ और व्यवस्थित होना चाहिए. यहां गंदगी या भारी सामान रखने से मति भ्रम, स्वास्थ्य गड़बड़ और नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.

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वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) को हमेशा हल्का और साफ सुथरा रखना चाहिए. (Photo: AI Generated) वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) को हमेशा हल्का और साफ सुथरा रखना चाहिए. (Photo: AI Generated)

अंशु पारीक

  • नई दिल्ली,
  • 12 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:25 PM IST

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व बताया गया है. इसमें भी ईशान कोण वास्तु विशेषज्ञ ईशान कोण को को ज्यादा व्यवस्थित रखने की सलाह देते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) को हमेशा हल्का और साफ सुथरा रखना चाहिए. यहां रखा भारी सामान और गंदगी आपकी बुद्धि और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. उत्तर-पूर्व दिशा जितनी हल्की और साफ-सुथरी होगी, आप बौद्धिक और स्वास्थ्य की दृष्टि से उतने ही अच्छे रहेंगे.

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जिन घरों में ईशान कोण को व्यवस्थित रखा जाता है, वहां सुख-समृद्धि का वास रहता है. आपसी रिश्ते बेहतर रहते हैं. इसके विपरीत ईशान कोण में स्टोर, टॉयलेट और रसोई का होना आपके विवेक, सोचने समझने की शक्ति को प्रभावित करता है. आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है. यहां रसोई और टॉयलेट का होना स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है. जबकि स्टोर होने से गृह क्लेश और प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पश्चिम दिशा में वास्तु पुरुष का सिर होता है. इसलिए इस दिशा को हल्का रखने वाले लोग कभी अपने दिमाग पर बोझ महसूस नहीं करते हैं. पारिवारिक रिश्तों में मिठास रहती है. यहां हल्के और छोटे पौधे लगाने चाहिए. खासतौर से तुलसी का पौधा बहुत लाभ देता है.

ईशान कोण में मंदिर का होना शुभ 
ईशान कोण में मंदिर का होना बहुत अच्छा माना जाता है. लेकिन मंदिर में एंटी कलर का अत्यधिक प्रयोग नहीं करना चाहिए. दरअसल, उत्तर-पूर्व दिशा जल तत्व की होती है. जल तत्व में आप नीला, काला, हरा या क्रीम कलर का प्रयोग कर सकते हैं. कुछ चीजों में पीला रंग भी प्रयोग किया जा सकता है. लेकिन इसका उपयोग बहुत ज्यादा भी नहीं होना चाहिए.

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खासतौर से इस दिशा में मिल्की व्हाइट, लाल, गुलाबी और नारंगी रंग का प्रयोग उन्नति की संभावनाओं और अवसरों को कम कर देता है. ये आपकी सेहत और परिवार में रिश्तों को भी खराब कर सकता है. वहीं, इस दिशा में स्टील या चांदी के बर्तन मंदिर के लिए प्रयोग करना उत्तम होता है. लेकिन तांबे और लोहे को किसी भी रूप में इस दिशा में रखने से बचना चाहिए.

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