ग्रहों के राजा सूर्य देव ने आज सिंह राशि में प्रवेश कर लिया है. इस राशि में केतु पहले से बैठा हुआ है. इसलिए सिंह राशि में अब अगले एक महीने तक सूर्य-केतु की युति रहेगी. सूर्य को आत्मविश्वास, सम्मान, सत्ता और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है. सूर्य देव जब भी किसी राशि में अनुकूल स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति को मान-सम्मान, धन और वैभव की प्राप्ति होती है. लेकिन सूर्य देव जब भी किसी के लिए प्रतिकूल स्थिति में चले जाते हैं, तब वह व्यक्ति मानसिक तनाव, नौकरी-व्यवसाय में रुकावट या आर्थिक संकट जैसे नकारात्मक हालात का सामना करता है. आइए जानते हैं कि सूर्य का यह राशि परिवर्तन सभी राशियों को कैसे परिणाम देने वाला है.
इस समय शनि और मंगल के बीच समसप्तक योग बन रहा है. ऐसे में ज्योतिषविद कुछ राशियों के लिए सूर्य और केतु की युति को अच्छा नहीं मान रहे हैं. ज्योतिषविदों ने इस सूर्य और केतु की युति से कुछ राशियों को संभलकर रहने की सलाह दी है.
सूर्य के इस गोचर का राशियों पर कैसा होगा प्रभाव?
ज्योतिष गणना के अनुसार, सूर्य देव के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव अगले एक माह तक बना रहेगा. इस राशि परिवर्तन का सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव वृष, कन्या और मकर राशि पर होगा. इन राशि के जातकों को स्वास्थ्य, दुर्घटनाओं और मान-सम्मान का विशेष ध्यान रखना होगा.
वहीं मेष, कर्क, सिंह, धनु और कुम्भ राशि के लोगों के लिए यह राशि परिवर्तन मध्यम रहेगा. लेकिन इनको बड़े निर्णय लेने में सावधानी रखनी होगी. रिश्तों की समस्या पर ध्यान देना होगा. इस दौरान किसी बड़े काम में हाथ डालने से बचें. निवेश के लिए फिलहाल समय अनुकूल नहीं है.
सूर्य का यह राशि परिवर्तन मिथुन, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए अनुकूल होगा. इन राशि के जातकों को करियर और पद प्रतिष्ठा का लाभ होगा. रुके हुए काम तेजी से पूरे होंगे. करियर कारोबार में लाभ बढ़ेगा. धनधान्य की प्राप्ति होगी.
अगर सूर्य का राशि परिवर्तन अनुकूल न हो तो क्या उपाय करना चाहिए?
ज्योतिषविदों के अनुसार, यदि इस राशि परिवर्तन के बाद आपके जीवन में कुछ समस्या आए तो नित्य प्रातः सूर्य देव को जल अर्पित करें. प्रातःकाल सूर्य देव के मंत्र का जाप करें. हर रविवार किसी निर्धन को गुड़ का दान करें. इस समय लाल रंग का प्रयोग कम से कम करें.
aajtak.in