Raksha Bandhan 2023 Date: रक्षाबंधन पर 700 साल बाद पंच महायोग, भूलकर भी न करें ये 6 गलतियां

Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन पर 700 साल बाद पंच महायोग बनने जा रहा है. 30 अगस्त को सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह पंच महायोग का निर्माण करने जा रहे हैं. ग्रहों की ऐसी स्थिति बुधादित्य, वासरपति और शश योग भी बनाएगी.

Advertisement

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 7:17 PM IST

Raksha Bandhan 2023 Kab Hai: इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा. दरअसल रक्षाबंधन पर भद्रा के चलते त्योहार दो तिथियों में बंट गया है. भद्रा काल 30 अगस्त को सुबह पूर्णिमा तिथि के साथ आरंभ हो जाएगा और रात 9 बजरकर 2 मिनट तक रहेगा. हालांकि रक्षाबंधन पर बन रहे कई शुभ योग त्योहार का महत्व भी बढ़ाएंगे.

Advertisement

700 साल बाद पंच महायोग
ज्योतिष गणना के अनुसार, रक्षाबंधन पर 700 साल बाद पंच महायोग बनने जा रहा है. 30 अगस्त को सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह पंच महायोग का निर्माण करने जा रहे हैं. ग्रहों की ऐसी स्थिति बुधादित्य, वासरपति और शश योग भी बनाएगी. ज्योतिषविदों का कहना है कि ऐसी शुभ दशा में राखी बांधने का शुभ फल कई गुना बढ़ सकता है.

30 या 31 किस दिन राखी बांधना शुभ?
इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दोनों तिथियों पर मनाया जा सकता है. इसमें केवल भद्रा काल की अवधि का ख्याल रखते हुए भाई को राखी बांधनी होगी. अगर आप 30 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने वाले हैं तो रात 9 बजकर 2 मिनट पर भद्रा समाप्त होने के बाद ही भाई को राखी बांधें. यदि आप 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने वाले हैं तो सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले भाई की कलाई पर राखी बांधे. इसके बाद सावन पूर्णिमा के साथ ही रक्षाबंधन का त्योहार समाप्त हो जाएगा.

Advertisement

सबसे अच्छा मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाई की कलाई पर राखी बांधने का सबसे अच्छा समय 31 अगस्त को ब्रह्म मुहूर्त में रहेगा. इस दिन सुबह 4.26 से सुबह 5.14 तक ब्रह्म मुहूर्त है. इस बीच आप किसी भी समय भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं.

1. भद्रा काल में न बांधें राखी
भद्रा काल में कभी राखी नहीं बांधनी चाहिए. इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा. भद्रा काल 30 अगस्त को सुबह पूर्णिमा तिथि के साथ आरंभ होगा और रात 9.02 बजे तक रहेगा.

2. उत्तर-पश्चिम दिशा
वास्तु के अनुसार, भाई को भूलकर भी उत्तर-पश्चिम दिशा में बैठकर राखी नहीं बांधनी चाहिए. इस दिशा में राखी बांधना अपशकुन होता है. राखी बांधते वक्त बहनों का चेहरा दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. जबकि भाइयों को उत्तर-पूर्व दिशा की ओर देखना चाहिए.

3. न बांधें ऐसी राखी
बाजार में आजकल प्लास्टिक की राखियां भी बिकने लगी हैं. प्लास्टिक को केतु का पदार्थ माना गया है और इसे बदनामी का कारक माना जाता है. इसके अलावा, भाई को टूटी-फूटी या अशुभ चिह्नों वाली राखी बांधने से भी बचना चाहिए. अच्छी राखी न मिलने पर आप कलावा भी बांध सकती हैं.

4. ऐसे तोहफे न दें
ज्योतिषियों के अनुसार, रक्षाबंधन पर बहन को धारदार या नुकीली चीजें भेंट न करें. छुरी, कांटा, आइना या फोटो फ्रेम जैसी चीजें देने से बचें. बहन को रुमाल या जूते-चप्पल भी गिफ्ट न दें. ज्योतिष में बुध को बहनों का कारक माना गया है, इसलिए आप इससे जुड़ी चीजें दे सकते हैं.

Advertisement

5. काले रंग के कपड़े
रक्षाबंधन के दिन बहनों को भूलकर भी काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए. इनकी जगह लाल-पीले वस्त्र पहनना शुभ होगा.

6. खान-पान
रक्षाबंधन के दिन घर में मांस, मदिरा या लहसुन-प्याज जैसे तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें. इस दिन शुद्ध और सात्विक खाना ही खाएं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement