Navratri 2025: शारदीय नवरात्र के दिनों में भक्तों पर माता रानी की विशेष कृपा रहती है. ज्योतिषविद कहते हैं कि नवरात्र के ब्रह्म मुहूर्त में कुछ विशेष उपाय कर जीवनभर की गरीबी को दूर किया जा सकता है. लेकिन यह उपाय आपको नवरात्र में हर दिन करना चाहिए. साल में नवरात्र दो बार आते हैं और आपको दोनों ही बार प्रत्येक दिन यह उपाय करना चाहिए. 30 सितंबर को शारदीय नवरात्र की अष्टमी और 1 अक्टूबर को नवमी तिथि है. आप इन शुभ तिथियों पर भी इस उपाय की शुरुआत कर सकत हैं.
सनातन परंपरा के अनुसार, सुबह के समय लगने वाले ब्रह्म मुहूर्त की महिमा खास होती है. हिंदू धर्म में इस मुहूर्त को बहुत शुभ माना जाता है. आमतौर पर ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4 बजे से लेकर सुबह करीब साढ़े 5 बजे के बीच होता है. कहते हैं नवरात्र के समय ब्रह्म मुहूर्त में जागकर कुछ खास उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है और इंसान के घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है.
ब्रह्म मुहूर्त का पहला उपाय
ज्योतिषविदों के अनुसार, सुबह-सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि के बाद सुख आसन में बैठ जाएं. इसके बाद अपनी दोनों आंखें बंद करें और एक विशेष मंत्र का जाप करें. मंत्र होगा- "ऊँ ब्रह्म मुरारी पुरान्तकारी भानु शशि भूमिस्तुतों बुधश्च गुरुश्च, शुक्र, शनिए, राहु, केतवा कुरुवंतु सर्वे मर्मे सुप्रभातम ऊँ".
कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में इस लाभकारी मंत्र के जाप से ईश्वर प्रसन्न होते हैं और भक्त को सुख-संपन्नता और धनधान्य का आशीर्वाद देते हैं. यह एक सरल उपाय आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता को दूर कर सकता है.
ब्रह्म मुहूर्त का दूसरा उपाय
नवरात्र के समय ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले अपनी हथेलियों के अग्र भाग को देखते हुए ईश्वर का नामजप करें. 'ॐ कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती करमूले: तू गोविंदा: प्रभाते कर दर्शनम्" मंत्र का जाप करें.
ऐसा कहा जाता है कि हमारे हथेलियों के अग्र भाग में देवी-देवताओं और ग्रहों का वास होता है. इसलिए सुबह-सुबह हथेलियों को देखने से हमें सभी देवी-देवताओं के दर्शन हो जाते हैं. इसलिए नवरात्र के दिनों में देर तक चादर तानकर सोने से बचें और ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ये दो उपाय जरूर करें.
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