Karwa Chauth 2025: करवा चौथ की रात नहीं किया ये एक काम तो अधूरा रह जाएगा व्रत

Karwa Chauth 2025 Moonrise Time: इस बार करवा चौथ पर शाम की पूजा का मुहूर्त शाम 5.56 बजे से लेकर शाम 07.10 बजे तक रहने वाला है. दिल्ली-एनसीआर में चांद निकलने का समय रात 08.14 बजे ही बताया गया है.

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करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा (Photo: AI Generated) करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा (Photo: AI Generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

Karwa Chauth 2025 Moonrise Time In Delhi NCR: अखंड सौभाग्य और पति की लंबी आयु के लिए आज देशभर में सुहागनों ने करवा चौथ का व्रत रखा है. कहते हैं कि कार्तिक कृष्ण चतुर्थी की रात बहुत दिव्य होती है. इसलिए करवा चौथ की रात चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस दिन भगवान शिव, माता पर्वती, गणपति और चौथ माता की पूजा का भी विधान है. इस दिन निर्जला व्रत रखने वाली सुहागनें चंद्रमा के दर्शन करके अर्घ्य देती हैं और सुहाग की रक्षा व दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं. चंद्र दर्शन के बगैर करवा चौथ का त्योहार बिल्कुल अधूरा माना जाता है.

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करवा चौथ पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurt)
करवा चौथ पर शाम को प्रदोष काल में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश और चौथ माता की पूजा होती है. इस बार करवा चौथ पर शाम की पूजा का मुहूर्त शाम 5.56 बजे से लेकर शाम 07.10 बजे तक रहने वाला है.

कितने बजे दिखेगा चांद? (Karwa Chauth 2025 Moonrise Time)
करवा चौथ पर आज रात को चांद निकलने का समय रात 8 बजकर 14 मिनट बताया जा रहा है. हालांकि देश के विभिन्न शहरों में चंद्रोदय का समय थोड़ा अलग भी हो सकता है. दिल्ली-एनसीआर में चांद निकलने का समय रात 08.14 बजे ही बताया गया है.

चंद्रमा को अर्घ्य देने की सही विधि क्या है? (Karwa Chauth 2025 Chandrama Arghya Vidhi)
करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से पहले एक थाली तैयार करें. अर्घ्य देने के लिए थाली में एक कलश में जल भरकर रख लें. इसमें थोड़ा सा दूध मिला लें. साथ ही, थाली में एक चांदी का सिक्का या कुछ पैसे, छन्नी, और अक्षत रख लें.

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रात को चांद निकलने के बाद चंद्रमा की तरफ मुख करके खड़े हो जाएं. फिर जल से भरे कलश को दोनों हाथों से सिर से ऊपर तक उठाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. ध्यान रहे कि जल गिराते वक्त उसकी धार बीच में टूटनी नहीं चाहिए. अर्घ्य देने के बाद छन्नी से चंद्रमा को देखें. उन्हें प्रणाम करें और पति की लंबी आयु की प्रार्थना करें.

इसके बाद पति के माथे पर तिलक लगाएं. उस पर अक्षत चिपकाएं. और फिर छन्नी से पति का चेहरा देखें. इसके बाद पति के हाथ से जल ग्रहण करके उपवास खोल लें.

चंद्र दर्शन के समय पंचदेवों के मंत्रों का करें जाप (Karwa Chauth 2025 Mantras)
पार्वती जी: ’ॐ शिवायै नमः′
शिव जी: ’ॐ नमः शिवाय′
स्वामी कार्तिकेय: ’ॐ षण्मुखाय नमः′
श्री गणेश: ’ॐ गणेशाय नमः′
चंद्रमा: ’ॐ सोमाय नमः′

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