Grah Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष के नजरिए से नवंबर का महीना बहुत ही खास माना जा रहा है. दरअसल, इस नवंबर मास में कई बड़े ग्रह अपनी चाल में परिवर्तन करने जा रहे हैं. जिनमें सबसे विशेष माने जा रहे हैं देवगुरु बृहस्पति और दंडाधिकारी शनिदेव. द्रिक पंचांग के अनुसार, 11 नवंबर को देवगुरु बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में वक्री होंगे और वहीं 28 नवंबर को शनि मीन राशि में मार्गी होंगे.
ज्योतिष शास्त्र में शनि और देवगुरु बृहस्पति की चाल में परिवर्तन बहुत ही खास माना जाता है. नवंबर में यह संयोग पूरे 500 साल बाद बन रहा है. ऐसे में शनि के मार्गी होने से और देवगुरु बृहस्पति के वक्री होने से किन राशियों से किन राशियो की किस्मत पलटने वाली है. आइए जानते हैं.
मिथुन
गुरु वक्री और शनि के मार्गी होने से रुके हुए कामों में तेजी आएगी. कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं. किसी नए प्रोजेक्ट या व्यवसायिक योजना पर काम कर रहे हैं, तो यह समय उसे आगे बढ़ाने के लिए बेहद अनुकूल है. लक्ष्य पाने का अवसर मिलेगा, जिससे आप और अधिक परिपक्व निर्णय ले पाएंगे. नौकरीपेशा जातकों को अधिकारियों से सहयोग मिलेगा. प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.
मकर
मकर राशि वालों के लिए शनि मार्गी और गुरु वक्री बहुत ही खास माना जा रहा है. यह समय धन और निवेश के लिहाज से लाभदायक रहने वाला है. ये समय आपको वित्तीय स्थिरता देगा, लंबे समय से रुके हुए धन को वापस लाने में मदद करेगी. नए अवसरों की पहचान करने का समय है. आप कोई संपत्ति या जमीन से जुड़ा कार्य कर रहे हैं, तो उसमें सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं. परिवार में भी आर्थिक मामलों को लेकर राहतभरी स्थिति बनेगी.
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय प्रगति लेकर आएगा. गुरु की वक्री चाल आपके सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ाएगी, जिससे आप भविष्य की योजनाओं को और बेहतर तरीके से साकार कर सकेंगे. वहीं, शनि का मार्गी होना आपकी मेहनत को सही दिशा देगा कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं. पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं. यह समय स्वयं पर काम करने का है.
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