अक्सर आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि रात के समय सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए. महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और पीड़ित लोगों को विशेष तौर पर ऐसी सलाह दी जाती है. ऐसी मान्यताएं हैं कि रात के समय कुछ विशेष स्थानों पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है और उन जगहों पर जाने से मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक हानि हो सकती है. आइए मान्यताओं पर आधारित ऐसी चार जगहों के बारे में आपको बताते हैं, जहां रात में जाने से इनकार किया जाता है.
1. श्मशान घाटश्मशान घाट को तामसिक और नकारात्मक ऊर्जा का स्थान माना गया है. मान्यता है कि रात में यहां नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक तनाव, भय और आत्मिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए ऐसी जगहों पर जाने से बचना चाहिए.
2. चौक-चौराहे
रात में चौक चौराहों को ऊर्जा का अस्थिर स्थान बताया गया है. कहते हैं कि रात के समय ऐसी जगहों पर नकारात्मक शक्तियों का डेरा लगा रहता है, जो राहगीरों को भ्रमित करती हैं. कई लोक कथाओं में भी चौराहे पर रात बिताने को अशुभ माना गया है.
3. अज्ञात स्थान
सुनसान या अज्ञात स्थानों पर जाने से मनुष्य अकेलापन और भय का अनुभव करता है. इन जगहों को भी रात में नकारात्मक शक्तियों का निवास माना गया है. ऐसी जगहों पर जाने से असुरक्षा, डर, और दुर्घटना की संभावना रहती है. कहते हैं बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे या पीड़ित लोगों को ऐसी जगहों पर रात में जाने से सख्त परहेज करना चाहिए.
4. अधर्मी लोगों की संगति
कहते हैं कि कि अधर्मी के पास बैठना भी पाप का कारण बनता है. रात में अधर्मी लोगों की संगति से मनुष्य का विवेक और नैतिकता अधिक प्रभावित होती है. गलत संगति से गलत राह पर चलने की प्रवृत्ति, पाप कर्मों में लिप्त होने का खतरा बढ़ता है.
aajtak.in