जयपुर में हुए दर्दनाक डंपर हादसे में परिवहन विभाग की लापरवाही और सिस्टम की संवेदनहीनता उजागर हुई है। नशे में धुत ड्राइवर कल्याण मीणा ने कई लोगों की जान ले ली, जिसमें मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का एक समर्थक मुरली मीणा भी शामिल था। विडंबना यह है कि मुरली मीणा ने हादसे से कुछ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर अपने नेता के लिए लिखा था, 'आपके जन्मदिन पर इतना ही कहेंगे कि आपको हमारी उम्र लग जाए?'. इस हादसे के बाद जब मुरली का परिवार सवाई मानसिंह अस्पताल शव लेने पहुंचा, तो उन्हें शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस ड्राइवरों से मोल-भाव करने पर मजबूर होना पड़ा। यह घटना उस सरकारी सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े करती है, जहां नेताओं पर जान न्योछावर करने वाली जनता के शवों को घर ले जाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है और मुफ्त एम्बुलेंस सेवा केवल एक दिखावा बनकर रह जाती है। इस पूरे प्रकरण में ड्राइवर ने पुलिस के सामने दो बार शराब पीने की बात कबूल की है।