राजस्थान के उदयपुर में तीन महीने पहले टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा को ब्रेन हैमरेज हुआ है. राजकुमार शर्मा की तबियत 2 दिन पहले अचानक खराब हो गई थी. राजकुमार की पत्नी के बताया कि प्रतिदिन की तरह वह अपनी नौकरी जाने के लिए तैयार हुए और अचानक से उनकी बॉडी का एक भाग ने काम करना बंद कर दिया.
राजकुमार शर्मा की पत्नी ने घर के बाहर तैनात पुलिस कर्मी को बुलाकर उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने राजकुमार शर्मा की सभी मेडिकल जांच ने बाद ब्रेन हेमरेज होना बताया. इसके बाद आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के निर्देशन में 5 सीनियर डॉक्टर की टीम बनाकर राजकुमार के इलाज में जुट गई.
मंगलवार को प्रभारी मंत्री रामलाल जाट महाराणा भी हॉस्पिटल पहुंचे और राजकुमार शर्मा की सेहत की जानकारी ली. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन पर कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा के बारे में आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से उनकी सेहत की जानकारी ली थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर से एसएमएस हॉस्पिटल से सीनियर डॉक्टरों की टीम को उदयपुर के लिए भेजा, जहां देर रात जटिल ऑपरेशन किया गया है. ऑपरेशन पांच घंटे चला. डॉक्टर्स के मुताबिक राजकुमार को होश में आने में कम से कम दो दिन लग सकते हैं. मानसिक परेशानी के बाद ही शायद राजकुमार शर्मा ब्रेन हेमरेज की चपेट में आ गए.
28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
शहर के भूतमहल में टेलर की दुकान चलाने वाले कन्हैयालाल की राजकुमार शर्मा के सामने ही हत्यारों ने बेहरमी से गला रेत हत्या कर दी थी. हत्या के बाद से राजकुमार शर्मा मानसिक रूप से परेशान चल रहा था. चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें उदयपुर के एमबी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
सीएम अशोक गहलोत को जैसे ही कन्हैयालाल टेलर हत्याकांड के मुख्य गवाह की तबीयत खराब होने की जानकारी मिली तो उन्होंने जिला कलेक्टर को उचित इलाज मुहैया कराने के लिए निर्देश दिए. उसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जयपुर से उदयपुर भेजा गया. वहां डॉक्टर्स की टीम ने सोमवार रात को राजकुमार का जटिल ऑपरेशन किया.
(रिपोर्ट: धीरज रावल)
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