राजस्थान में उदयपुर के खांजीपीर इलाके में जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं. यहां एक युवक को सांप ने काट लिया. ऐसे में आमतौर पर लोग जहां घबरा जाते हैं, वहीं इस युवक ने कुछ ऐसा किया कि डॉक्टर भी हैरान रह गए. उसने सांप को मारा नहीं, भगाया भी नहीं, बल्कि पकड़कर बड़े इत्मीनान से थैली में बंद किया और चल पड़ा अस्पताल की ओर.
राजकीय महाराणा भूपाल हॉस्पिटल की इमरजेंसी में युवक सोमवार शाम को जब पहुंचा, तो हाथ में थैली लिए डॉक्टर से बोला – 'डॉक्टर साहब, यही है वो आरोपी... जिसने मुझे काटा है. अब आप इलाज शुरू कीजिए.'डॉक्टर पहले तो चौंक गए, लेकिन तुरंत समझ गए कि यह मामला कुछ खास है.
युवक की इस सूझबूझ ने उसकी जान बचा ली. डॉक्टरों ने तुरंत एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया और उपचार शुरू कर दिया. राहत की बात ये रही कि इलाज समय रहते मिल गया और अब युवक पूरी तरह खतरे से बाहर है. अस्पताल स्टाफ ने बताया कि यह पहला मामला है, जब कोई मरीज अपने ‘हमलावर जीव’ को साथ लेकर आया हो. अमूमन लोग सांप की पहचान नहीं कर पाते, जिससे इलाज में दिक्कत आती है, लेकिन यहां तो मरीज ने ही पूरा सबूत भी पेश कर दिया. सांप को बाद में वन विभाग को सौंप दिया गया.
वहीं ये घटनाक्रम देखकर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और स्टाफ हैरान रह गए. डॉक्टरों ने तुरंत युवक की जांच की और एंटी-वेनम इंजेक्शन देकर उपचार शुरू किया. समय पर इलाज मिलने से युवक की हालत स्थिर है और अब वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
डॉक्टरों ने बताया कि अक्सर मरीज यह नहीं बता पाते कि उन्हें किस तरह के सांप ने काटा है, जिससे सही उपचार तय करने में देरी होती है. लेकिन इस युवक की समझदारी और साहस ने डॉक्टरों का काम आसान कर दिया. युवक को एहतियात के तौर पर निगरानी में रखा गया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि आपात स्थिति में घबराने से हालात और बिगड़ सकते हैं. अगर संयम और समझदारी से काम लिया जाए तो मुश्किल से मुश्किल हालात पर भी काबू पाया जा सकता है. बता दें कि लगभग 20 दिन पहले जयपुर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक व्यक्ति सांप को साथ लेकर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा गया था.
सतीश शर्मा