भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के बावजूद शनिवार रात पाकिस्तान द्वारा उसका उल्लंघन किए जाने से राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत फैल गई. खासतौर पर जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में ड्रोन गतिविधियां और धमाकों की आवाजें सुनाई दीं, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया.
ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू
शनिवार रात सुरक्षा के लिहाज से इन क्षेत्रों में ब्लैकआउट कर दिया गया था. हालांकि, रविवार को स्थिति कुछ हद तक सामान्य हो गई. बाजार फिर से खुल गए और उत्तर-पश्चिम रेलवे (NWR) ने शनिवार को रद्द या आंशिक रूप से रद्द की गई ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू कर दिया.
जैसलमेर निवासी रेवंत सिंह के अनुसार, ड्रोन गतिविधि की तीव्रता पिछले दो रातों की तुलना में कम थी. उन्होंने कहा, 'रात 9 बजे के करीब फिर से ड्रोन दिखे और धमाकों की आवाजें भी आईं. यह स्पष्ट रूप से समझौते का उल्लंघन था.'
कई स्थानों पर मलबे मिले
गुरुवार और शुक्रवार की रात पाकिस्तान की ओर से जैसलमेर और बाड़मेर में ड्रोन हमले किए गए थे, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते हवा में ही नष्ट कर दिया. किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन कई स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल जैसी वस्तुओं के मलबे मिले हैं.
रविवार को बाड़मेर के बुरटिया गांव में एक ड्रोन का मलबा मिला. अनूपगढ़ और गंगानगर से भी ड्रोन गतिविधियों की खबरें मिलीं.
दोबारा ब्लैकआउट करना पड़ा
समझौते की घोषणा के बाद शनिवार शाम को लोगों ने राहत की सांस ली थी, बाजार खुल गए थे और बाड़मेर में ब्लैकआउट हटाया गया. जैसलमेर और जोधपुर में ब्लैकआउट की अवधि घटा दी गई थी. लेकिन रात होते ही फिर से ड्रोन नजर आए और कुछ इलाकों में ब्लैकआउट फिर लागू करना पड़ा.
इस बीच, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में अधिकारियों के साथ बैठक की और तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए.
aajtak.in