'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद जैसलमेर (राजस्थान) के लोग उस ऐतिहासिक हंटर मारूत लड़ाकू विमान को याद कर रहे हैं, जिसने 1971 के भारत-पाक युद्ध में लोंगेवाला की लड़ाई में पाकिस्तान की नींद उड़ा दी थी. इस विमान ने महज 2 घंटे में पाकिस्तान के 52 पैटन टैंकों और पूरे ब्रिगेड को तबाह कर युद्ध का रुख पलट दिया था. मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नेतृत्व में 120 सैनिकों ने लोंगेवाला में मोर्चा संभाला था, जबकि विंग कमांडर एमएस बाबा ने हंटर विमान से बमबारी कर पाकिस्तानी सेना को कब्रिस्तान में बदल दिया. आज भी जैसलमेर में यह विमान गर्व के प्रतीक के रूप में मौजूद है, जो पाकिस्तान को भारत की ताकत की याद दिलाता है.
भारत-पाक सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान की गोलीबारी जारी है. लेकिन सीमावर्ती इलाकों के लोग डरने के बजाय युद्ध के हालात से निपटने को तैयार हैं. पूर्व सैनिकों ने 1971 की तरह हथियार लाइसेंस की मांग की है, ताकि वे आत्मरक्षा और देश की सुरक्षा में योगदान दे सकें. स्थानीय लोग प्रशासन के साथ मिलकर सिविल डिफेंस ड्रिल और आपातकालीन तैयारियों में जुटे हैं.
सीमा पर रहने वाले लोगों का कहना है कि पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का जवाब देने के लिए वे तैयार हैं. एक पूर्व सैनिक ने कहा, "1971 में हंटर ने जो इतिहास लिखा, वह आज भी हमारे खून में है. जरूरत पड़ी तो हम फिर से वही गौरव दोहराएंगे." जैसलमेर में हंटर विमान को देखने के लिए लोग जुट रहे हैं, जो उनके लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है.
पंजाब में स्कूल बंद, प्रशासन सतर्क
तनाव को देखते हुए पंजाब के छह सीमावर्ती जिलों फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर, और तरनतारन में स्कूल 8 मई से बंद हैं. तरनतारन में 11 मई तक, फिरोजपुर में 72 घंटों तक, और फाजिल्का में अगले आदेश तक स्कूल बंद रहेंगे. प्रशासन ने ब्लैकआउट लागू किया है और लोगों से रात में लाइट बंद रखने को कहा है.
'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना ने मिलकर बहावलपुर, मुरीदके, और मुजफ्फराबाद में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए इन हमलों में 90 से अधिक आतंकवादी मारे गए.
पाकिस्तान ने भारत को जवाबी हमले की धमकी दी है. सीमा पर गोलीबारी और गुरुद्वारे पर हमले जैसे कृत्यों ने तनाव को और बढ़ा दिया है. लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर कायम रहेगा.
शरत कुमार