अलवर के निम्स हॉस्पिटल में नर्सिंग कर्मी रोहिताश की आत्महत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल किए जाने से परेशान रोहिताश ने आत्महत्या की थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
अरावली विहार थाना प्रभारी रामेश्वर दयाल ने बताया कि मृतक रोहिताश मूल रूप से भरतपुर के बीरथला गांव का रहने वाला था और निम्स हॉस्पिटल में नर्सिंग कर्मी के पद पर कार्यरत था.
ब्लैकमेल से परेशान युवक ने की थी खुदकुशी
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में सामने आया कि अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर शिवचरण गुर्जर ने महिला सारिका खान की मदद से रोहिताश को पहले जाल में फंसाया. महिला ने नजदीकी बनाकर उसकी आपत्तिजनक फोटो और वीडियो तैयार कीं और दोनों ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार आरोपी अब तक रोहिताश से 15 हजार रुपये वसूल चुके थे और अलवर में एक प्लॉट की भी मांग कर रहे थे. जब रोहिताश ने पैसे देने और फोन उठाना बंद किया तो दोनों ने उसके परिवार को जानकारी देकर बदनाम करने की धमकी दी. इससे आहत होकर रोहिताश ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और पूछताछ में अन्य खुलासों की संभावना जताई है.
हिमांशु शर्मा