आईएसआईएस के साथ इराकी फौज की जंग अब पुरानी हो गई. अकेले मोसुल में ही ये लड़ाई तकरीबन पांच महीने खिंच चुकी है, लेकिन अब जिस तरह से इस शहर में बगदादी और उसके आतंकी घिरे हैं, वैसा इससे पहले कभी नहीं हुआ. तभी तो जान बचाने के लिए बगदादी अब उसी मोसुल से भाग निकला, जहां बैठ कर वो कभी अपने आतंकियों को जेहाद के लिए ललकारा करता था.
पुरानी कहावत है, जब जहाज डूबनेवाला होता है तो चूहे सबसे पहले भागते हैं. इराकी शहर मोसुल में आईएसआईएस और इराक की फौज के बीच चल रही आमने-सामने की लड़ाई में अब कुछ ऐसा ही मुकाम आ चुका है. जो बगदादी कल तक अपने आतंकवादियों को दुम दबा कर भागने की बजाए लड़ते-लड़ते मर जाने की सलाह दे रहा था. उसी बगदादी को जब मोसुल में मित्र देशों की सेनाओं के साथ मिलकर इराकी फौज ने घेरना शुरू किया, तो मोसुल से सबसे पहले वही भाग खड़ा हुआ.