बातें शुरू हो चुकी हैं कि निर्भया के चारों गुनहगारों को अब कभी भी फांसी दी जा सकती है. कानूनी दरवाजे लगभग सब बंद हो चुके हैं. मौका-माहौल और देश के मूड को देखते हुए राष्ट्रपति से रहम की कोई गुंजाइश नजर नहीं आती. लिहाज़ा मान कर चलिए कि अब कभी भी निर्भया के चारों गुनहगार यानी मुकश, पवन, अक्ष्य़ और विनय के नाम ब्लैक वॉरंट जारी हो सकता है. ब्लैक वॉरंट यानी मौत का आखिरी पैगाम. ब्लैक वॉरंट जिसमें मौत की तारीख, वक्त और जगह लिखा होता है. आज वारदात में हम आपको बताएंगे कि कैसे फांसी होती है. फांसी से पहले क्या होता है?