चाहे आजम खान की भैंस ढूंढने की बात हो या फिर प्रधानमंत्री की भतीजी के झपटमारों को ढूंढने की, अगर केस में वजन हो और केस से जुड़ी हस्ती वजनी तो पुलिस पाताल से भी मुजरिमों को ढूंढ निकालती है. मगर एक परिवार लगातार पुलिस के आगे फरियाद करता रहा कि एक घर के बेसमेंट में एक कब्र है, उस कब्र में उसका खोया हुआ भाई है. मगर पुलिस फिर भी उसकी मदद नहीं करी. देखें क्या है पूरा मामला.