वंदे मातरम् के स्पेशल एपिसोड में देखें कि साल 1965 के युद्ध के दौरान जहां पाकिस्तान ने कुछ ऐसा किया जिसे सीधे तौर पर युद्ध भी नहीं किया जा सकता. वहीं कैसे सीमित संसाधनों और अदम्य साहस के दम पर भारतीय सेना ने उन्हें घुटनों के बल रेंगने को मजबूर कर दिया. इस युद्ध के दौरान वैसे तो न जाने कितने ही सैनिक शहीद हुए लेकिन परम वीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की बात ही जुदा थी. गाजीपुर की सरजमीं से निकला गुदड़ी का लाल कैसे देखते ही देखते किंवदंती बन गया. कैसे एक बेहद मामूली दर्जी के घर से निकला यह शख्स पूरी दुनिया के योद्धाओं के लिए एक नजीर बन गया. जिसकी वीरगाथाएं आज भी नौजवानों को सुनाई जाती हैं और आगे की पीढ़ियां भी जिसकी गाथाओं को सुने हुए ही बड़े होंगे. कैसे उन्होंने और उनके साथियों ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया. देखें वीडियो...