बहादुरी को सब सलाम करते हैं लेकिन बहादुरी का ऐसा अंजाम आखिर कब होता रहेगा? इनका कतरा-कतरा वंदे मातरम पुकारता है लेकिन मुल्क की आवाज भी तो हो वंदे मातरम.