देश ने आज अपने पांच जवान और खो दिए, उसी पुलवामा में जहां पर 4 दिन पहले देश ने अपने 40 जवानों के शव उस दर्द से उठाए थे. हमारे जवानों की जान की बेहिसाब कीमत चुकानी पड़ रही है. पुलवामा में आज जो एनकाउंटर हुआ उसे कश्मीर में पिछले एक दशक का सबसे बड़ा एनकाउंटर माना जा रहा है. पर जहां एक तरफ जवान पत्थरबाज़ों को दूर रहने के लिए गिड़गिड़ा रहे थे वहीं पत्थरबाज़ आतंकियों के लिए नारे लगा रहे थे. अगर कोई दूसरा देश होता तो क्या वो क्या करता. इसे बताने की ज़रूरत नहीं है. सिर्फ इतना ही समझ लेना चाहिए कि एक पुलिसवाले को हाथ लगाने की हिम्मत कोई नहीं करता और उधर ये कश्मीर के पत्थरबाज़ आतंकियों को मार गिराने में लगे सेना के जवान के पत्थर फेंकते हैं, फिर भी सेना और सुरक्षाबल उनसे दूर रहने की अपील ही करते हैं.
Five army personnel were killed in an encounter with terrorists in Pulwama district of Kashmir on Monday. The mastermind of Pulwama terror attack was also reportedly killed in the encounter. One one hand, where the security forces were performing their duty and the encounter was underway, some local youths of Kashmir were pelting stones on them. How far this act is justified. When will we all unite to fight terror. Watch Khabardar.