पुणे के कोरेगांव में भड़की जातीय संघर्ष की आग पूरे महाराष्ट्र को अपनी चपेट में लेने पर आमादा है. हिंसा के खिलाफ बुधवार को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया गया था. शाम होते होते दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने बंद खत्म होने का ऐलान कर दिया, लेकिन भीड़ के उन्माद के आगे महाराष्ट्र में आम जिंदगी दिनभर दुबकी सहमी ही नजर आई.