राजस्थान में सचिन पायलट क्या करेंगे फिलहाल साफ नहीं है, लेकिन फिलहाल गहलोत अपनी सरकार को बचाने में कामयाब दिख रहे हैं. लगता है कांग्रेस ने एक बार फिर बुर्जुगों को तवज्जो दी है और युवाओं को कड़ा संदेश दिया है. ठीक वैसा ही जैसा मध्यप्रदेश में हुआ था. अपने ऊपर उठ रहे सवालों से परेशान अशोक गहलोत चाहते हैं कि सचिन पायलट के लिए दिखाए जाने वाली हमदर्दी खत्म हो. बीजेपी पर उनकी सरकार को गिराने का आरोप लगाते-लगाते अब वो अपनी पार्टी के युवा नेताओं पर भी बरसने लगे. अशोक गहलोत को अपनी पार्टी के फर्राटे से अंग्रेजी बोलने वाले हैंडसम युवा नेताओं में विचारधारा और समर्पण की कमी दिखने लगी है.