फैज ने 1979 में एक नज्म लिखी- हम देखेंगे, लाजिम है कि हम भी देखेंगे. क्रांति और इस नज्म का काफी पुराना नाता रहा है. विरोध प्रदर्शनों के दौरान इस नज्म को अक्सर सुना जाता है. लेकिन अब इसे हिंदू विरोधी बताया जा रहा है. दरअसल, IIT कानपुर में विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने इस फैज के नज्म को गाया तो IIT प्रशासन ने जांच बिठा दी. अब फैज अहमद फैज की इस नज्म पर जमकर राजनीति हो रही है. देखें हल्ला बोल.