1 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. सिर्फ 19 दिन का सत्र है. सरकार के 10 बिल तैयार हैं, उनका एजेंडा क्लियर है. कांग्रेस इन दिनों तमाम परेशानियों में घिरी है. एक परेशानी बिहार की हार की है जिसके बाद पार्टी के अंदर से लेकर गठबंधन तक के नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दूसरी परेशानी कर्नाटक की है जहां सीएम पद की कलह में जोर-आजमाइश चल रही है. तीसरी परेशानी इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों की ओर से है. जो कहते हैं कि कांग्रेस की जगह गठबंधन का नेतृत्व दूसरे को करना चाहिए. कांग्रेस के सामने ये सारी चुनौतियां सिर्फ इस वजह से हैं क्योंकि कांग्रेस एक के बाद एक लगातार चुनावी हार झेल रही है.