जिस हिंदुत्व को लेकर शिवसेना और बीजेपी-संघ की राहें कभी एक थी ,उसकी पगडंडी वक्त के साथ टेढ़ी-मेढ़ी हो गयी है. अब तो शिवसेना को संघ प्रमुख मोहन भागवत की हिंदुत्व की परिभाषा में भी खोट नजर आने लगा है. विजयादशमी पर नागपुर में शस्त्रपूजा के दौरान मोहन भागवत ने अपने संबोधन में हिंदुत्व की जो परिभाषा बताई उसी पर बारह घंटे के अंदर ही उद्धव ठाकरे ने चोट की. दशहरा उत्सव के मौके पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने तीर का रुख बीजेपी से लेकर पीएम मोदी की तरफ भी मोड़ा. पीएम मोदी पर सबसे तीखा प्रहार करते हुए यहां तक कह दिया कि मैं कोई फकीर नहीं जो झोला उठाकर चल दूं. अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल कि जिस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के जश्न के तौर पर बनाया जाता है, उसी दिन को उद्धव ने बीजेपी से लेकर संघ तक पीएम से लेकर केंद्र पर निशाना साधने के लिए क्यों चुना? क्या ये हिंदुत्व के चैंपियन बनने की लड़ाई है या फिर कुछ और? क्या एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार चलाने के बाद उद्धव ने हिंदुत्व की नई परिभाषा गढ़ी है. इस पर देखें दंगल.
Maharashtra chief minister Uddhav Thackeray on Friday launched a scathing attack on his former ally BJP, saying 'Hindutva' was facing threat from those who used it to get power and the hunger for power was like "drug addiction". Watch debate.