करीब करीब सब ठीक ही चल रहा था. राहुल गांधी भी खुश थे. बाहर से ही सही, INDIA ब्लॉक को अरविंद केजरीवाल का सपोर्ट मिल तो रहा है. इंडिया ब्लॉक में न सही, बैठकों, विरोध प्रदर्शन और डिनर में तो आम आदमी पार्टी के नेता शामिल हो ही रहे हैं. और, राज्यसभा सांसद संजय सिंह कह भी रहे हैं कि उनकी पार्टी इंडिया ब्लॉक से बाहर है, लेकिन मुद्दों के आधार पर समर्थन दे रही है. मुद्दे बड़े रहे तो आगे भी ये सिलसिला चलता रहेगा.
SIR यानी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के रूप में राहुल गांधी को ऐसा मुद्दा मिला है जिसने उनकी राजनीति नये सिरे से चमका दी है. कम से कम विपक्षी खेमे में तो ऐसा माना ही जा सकता है. तेजस्वी यादव तो पूरी निष्ठा से साथ हैं, ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का भी कदम कदम पर साथ मिला ही है.
MOTN के सर्वे में मालूम होता है कि राहुल गांधी विपक्षी खेमे के निर्विवाद नेता बनते जा रहे हैं, और विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देने वाले अकेले नेता बन गए हैं. बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव तो वोटर अधिकार यात्रा में साथ साथ लगे ही हैं, एमके स्टालिन से लेकर अखिलेश यादव तक का पूरा सपोर्ट मिल रहा है.
ऐसे में अचानक, अरविंद केजरीवाल के राहुल गांधी से खफा हो जाने की क्या वजह हो सकती है? अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी को कोई पहली बार टार्गेट किया हो, ऐसा भी नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने तो अपनी वही बात दोहराई है, जो दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान कही थी - आखिर गांधी परिवार का कोई सदस्य अब तक जेल क्यों नहीं गया?
केजरीवाल के निशाने पर फिर से राहुल गांधी
दिल्ली चुनाव के वक्त से देखें तो राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. तब राहुल गांधी एक तरफ और ममता बनर्जी, अखिलेश यादव जैसे इंडिया ब्लॉक के नेता दूसरी तरफ नजर आ रहे थे. दिल्ली चुनाव में अखिलेश यादव और ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल का सपोर्ट किया था. अभी तक तो ऐसा लग रहा था कि बाकियों के साथ साथ अरविंद केजरीवाल भी SIR के चलते राहुल गांधी के साथ हैं.
दिल्ली चुनाव को याद करें, तो अरविंद केजरीवाल को उकसाया राहुल गांधी ने ही था. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में आमने सामने जरूर थे, लेकिन तब तक तू-तू मैं-मैं का अलग रूप देखने को नहीं मिला था. दिल्ली की एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने एक दिन बोल दिया, ‘...और एक बात समझ लीजिये... बाकी पार्टी वाले मोदी से डरते हैं या नहीं डरते हैं, मैं नहीं जानता... लेकिन केजरीवाल जरूर कांप जाते हैं.’
ये सुनते ही अरविंद केजरीवाल को आग लग गई. स्वाभाविक भी था. राहुल गांधी के भाषण का वीडियो सोशल साइट X पर शेयर करते हुए अरविंद केजरीवाल ने पूछ लिया, अभी तक आप गिरफ्तार क्यों नहीं हुए? नेशनल हेराल्ड घोटाले में अब तक आप और आपका परिवार गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ?
वोटर अधिकार यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अरविंद केजरीवाल ने फिर से कठघरे में खड़ा कर दिया है. सवाल वही है, 'गांधी परिवार से कोई जेल नहीं गया अभी तक?'
अरविंद केजरीवाल कांग्रेस नेता पर बीजेपी के साथ समझौता कर लेने का आरोप लगा रहे हैं, कॉम्प्रोमाइज की राजनीति चलती नहीं है... आपको ये लगे कि पीठ पीछे बंद कमरे में कोई कॉम्प्रोमाइज हो जाएगा, और जनता को पता नहीं चलेगा... ऐसा होता नहीं है. सब पता चलता है, जनता को... जनता बेवकूफ थोड़ी है! आज चारों तरफ चर्चा रहती है. कोई कहता है... मायावती जी ने कॉम्प्रोमाइज कर रखा है... कोई कहता है ओवैसी ने कॉम्प्रोमाइज कर रखा है. अरे सबसे ज्यादा तो अब लोग कहने लगे हैं कांग्रेस ने कॉम्प्रोमाइज कर रखा है.
आम आदमी पार्टी क गोवा टीम का अनुभव शेयर करते हुए अरविंद केजरीवाल का कहना है, जब हम लोगों के बीच जा रहे हैं, लोग कह रहे हैं. आपके पांच सबसे बड़े नेता जेल हो आए. बीजेपी ने आपके पांच सबसे बड़े नेताओं को जेल भेज दिया. ऐसा क्यों है कि कांग्रेस का एक भी नेता जेल नहीं गया? भई ये इतना शोर मचा रहे हैं नेशनल हेराल्ड हो गया... मेरे को नहीं पता क्या है नेशनल हेराल्ड? मैंने इंटरनेट पर जाकर पढ़ा क्या है, नेशनल हेराल्ड. सुनने में तो काफी खतरनाक लगता है... जो उसके फैक्ट्स हैं उनसे तो लगता है कि ओपन एंड शट केस है.
और फिर केजरीवाल कहते हैं, हमारे को बिल्कुल फर्जी केस बनाके हमारे को इन्होंने जेल भेज दिया... उनमें से कोई, गांधी परिवार से कोई जेल नहीं गया अभी तक... मेरे को याद है हरियाणा के अंदर जितने लैंड स्कैम हुए थे उसमें रॉबर्ट वाड्रा का नाम आता था... उस समय कितना शोर था, दामाद जी... दामाद जी. पूरा 2014 का चुनाव ये दामाद जी के नाम से जीते थे. जीजाजी के नाम से जीते थे... 2 जी केस बंद हो गया. कोयला घोटाला बंद हो गया. केस ही बंद हो गये. कुछ तो है... बेवकूफ नहीं है जनता सब समझती है. चर्चा चल रही है कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच में गठबंधन है.
गांधी परिवार को क्यों टार्गेट कर रहे हैं केजरीवाल?
बिहार में वोटर अधिकार यात्रा शुरू होने से पहले हुई इंडिया ब्लॉक की बैठक और डिनर में संजय सिंह और संदीप पाठक आम आदमी पार्टी के तीन नेता पहुंचे थे. वोटर अधिकार यात्रा में जहां इंडिया ब्लॉक के नेता बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं, वो भी राहुल गांधी के नेतृत्व में, अरविंद केजरीवाल ने तो नेशनल हेराल्ड केस के बहाने राहुल गांधी और गांधी परिवार पर ही सवाल उठा दिया है.
आखिर अरविंद केजरीवाल को ऐसा बयान क्यों देना पड़ा? अरविंद केजरीवाल ज्यादा दिन तक बर्दाश्त तो नहीं करते, लेकिन पंजाब विधानसभा चुनाव तक होल्ड तो कर ही सकते थे. अभी तो बिहार में चुनाव हो रहे हैं, और पंजाब चुनाव में अभी दो साल का वक्त है. ये जरूर है कि अरविंद केजरीवाल ने बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा पहले से कर रखी है - क्या अरविंद केजरीवाल बिहार चुनाव के कारण राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं?
अरविंद केजरीवाल तो वैसे भी वोटर अधिकार यात्रा से दूरी बनाकर चल रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी को टार्गेट करने से बिहार चुनाव में उनको क्या हासिल हो सकेगा? अगर तेजस्वी यादव के लिए वो ऐसा कुछ बोलते तो बात भी समझ में आती. राहुल गांधी ने बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस के पक्ष में एक माहौल भले बना लिया हो, लेकिन जो कुछ चल रहा है महज उससे चुनाव पर बहुत फर्क पड़ेगा, अभी तो ऐसा नहीं लगता.
कांग्रेस नेताओं के साथ साथ निर्दलीय राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी अरविंद केजरीवाल के बयान पर सवाल उठाया है. कांग्रेस नेता उदित राज का कहना है, अरविंद केजरीवाल एक एनजीओ चला रहे थे. 2012 में इनकी इतनी क्षमता नहीं थी कि रामलीला मैदान को भर देते. सब बीजेपी-आरएसएस का था. बीजेपी के समर्थन से इनका जन्म हुआ था. आपकी बेईमानी इतनी है कि जेल गए तो कौन सा गलत हुआ. इससे साबित होता है कि ये बीजेपी की बी टीम है. इनका कोई सिद्दांत नहीं है. केस में कोई दम नहीं है तो किस तरह से कह रहे हैं.
एक जमाने में कांग्रेस के नेता रहे कपिल सिब्बल कहते हैं, केजरीवाल जी. जब आप कई सारे नेताओं पर आरोप लगाते थे तो आपको कोर्ट में घसीटा गया, और आपने माफी मांग ली. आज आप गांधी परिवार के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. बंद कीजिये ये सब. आइए, मिलकर बड़ी लड़ाई लड़ते हैं.
बिहार तो नहीं, लेकिन पंजाब के अलावा कांग्रेस से अरविंद केजरीवाल को गुजरात में भी दिक्कत है. मलाल तो जेल जाने का है ही. दिल्ली शराब नीति केस में केजरीवाल और साथियों जेल भले ही बीजेपी शासन में जाना पड़ा हो, लेकिन पहली शिकायत को कांग्रेस की तरफ से ही दर्ज कराई गई थी. कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस भी किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने गांधी परिवार के किसी सदस्य को जेल भले न भेजा हो, लेकिन दफ्तर बुलाकर पूछताछ तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी दोनों से हो चुकी है - अरविंद केजरीवाल के मन में टीस तो उठती ही होगी.
मृगांक शेखर