पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने मंदिर में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है. शनिवार शाम मंदिर के छत्तीस निजोग की बैठक में यह फैसला लिया गया.
SJTA के मुख्य प्रशासक अरबिंद कुमार पाधी ने मीडिया को बताया कि पहले चरण में यह पाबंदी मंदिर पुलिस और अन्य अधिकारियों पर लागू होगी, और बाद में इसे सेवकों तक बढ़ाया जाएगा.
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अरबिंद कुमार पाधी ने कहा, "आपात स्थिति या जरूरी संदेश के लिए अधिकारी निर्दिष्ट स्थान पर जाकर मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन मंदिर के अंदर खुलेआम मोबाइल का इस्तेमाल किसी को नहीं करने दिया जाएगा."
मोबाइल और कैमरा उपकरण पूरी तरह से प्रतिबंधित
वर्तमान में 12वीं शताब्दी के इस मंदिर में भक्तों के लिए मोबाइल और कैमरा उपकरण लाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. हालांकि कुछ पुलिसकर्मी और सेवक आवश्यक संचार के लिए मोबाइल रख सकते हैं.
बैठक में मंदिर में क्यू-आधारित दर्शन प्रणाली को कार्तिक मास के बाद अनुभवात्मक आधार पर लागू करने का निर्णय भी लिया गया. साथ ही, मंदिर के धार्मिक अनुष्ठानों की रूपरेखा तैयार की गई.
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500 से अधिक चांदी के अंशों को मंदिर में स्थानांतरित करने का फैसला
इसके अलावा, 2011 और 2021 में एमर मठ से बरामद 500 से अधिक चांदी के अंशों को मंदिर में स्थानांतरित करने के लिए सरकार से संपर्क करने का निर्णय लिया गया. SJTA के मुख्य प्रशासक अरबिंद कुमार पाधी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि ये चांदी के अंश SJTA को सौंप दिए जाएंगे."
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