जहरीले कफ सिरप से 22 बच्चों की मौत के बाद लगातार कार्रवाई जारी है. इस बीच मध्य प्रदेश में इस मामले को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. छिंदवाड़ा में 29 सितंबर को कफ सिरप के सैंपल इकट्ठा किए गए थे. मामले की गंभीरता और आपात स्थिति के बावजूद इन सैंपलों को सामान्य डाक से जांच के लिए भोपाल भेजा गया.