मध्य प्रदेश के सिंगरौली में सरई थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या की वारदात दोस्ती, रंजिश और विश्वासघात की खौफनाक दास्तान है. 28 साल के पुष्पेंद्र साहू की गुमशुदगी की शिकायत उसके भाई पवन साहू ने थाने में दर्ज कराई थी. परिवार को उम्मीद थी कि वह सुरक्षित लौट आएगा, लेकिन खरहरी के जंगल में जब एक नरकंकाल मिला तो शक गहरा गया. डीएनए टेस्ट में यह पुष्पेंद्र साहू का ही शव निकला.
प्रेम प्रसंग में हुई युवक की हत्या
एसपी मनीष खत्री के अनुसार, यह हत्या कोई अचानक नहीं बल्कि एक महीने से चल रही सुनियोजित साजिश का नतीजा थी. आरोपियों रावेंद्र साहू, धीरज साहू, रामकुमार साहू और विजय साहू की पुषअपेंद्र से गहरी रंजिशें थीं.
आरोपियों में से कुछ को शक था कि पुष्पेंद्र उसके मामा की बेटी की आत्महत्या के मामले में अपने मामा का साथ दे रहा है. वहीं पुष्पेंद्र और एक महिला से जुड़े प्रेम प्रसंग ने भी विवाद को बढ़ा दिया. धीरज साहू के घर की महिला से पुष्पेंद्र की बातचीत आरोपी के लिए बर्दाश्त से बाहर हो गई.
पहले गला दबाया, फिर शव को रेत में दफनाया
6 जुलाई की रात को जब पुष्पेंद्र अपने पाही अहरी में सोने के लिए गया तो चारों आरोपी पहले से घात लगाए बैठे थे. उन्होंने गमछे से उसका गला घोंट दिया और उसकी लाश को नाले के किनारे रेत के नीचे दबा दिया. मोबाइल फोन पेड़ के नीचे फेंक दिया और मोटरसाइकिल दूर छोड़कर सबूत मिटाने की कोशिश की गई.
पुलिस ने रावेंद्र साहू और धीरज साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि रामकुमार साहू और विजय साहू पहले से ही एक अन्य मामले में 29 अगस्त से जेल में बंद हैं. यह घटना इलाके में सनसनी का विषय बनी हुई है. ग्रामीणों के अनुसार, पुष्पेंद्र साहू को इस तरह मौत के घाट उतारना 'दोस्ती और रिश्तों के नाम पर सबसे बड़ा धोखा' है.
हरिओम सिंह