भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamlapati railway station) परिसर में शराब पी रहे युवकों को रोकने पर एक जीआरपी (Government Railway Police) जवान के साथ मारपीट की गई. यह घटना 26 और 27 अप्रैल की दरमियानी रात को हुई.
पुलिस के अनुसार, जीआरपी जवान नजर दौलत खान ने स्टेशन परिसर में खड़ी एक कार में शराब पी रहे युवकों को टोका. इस पर युवकों ने उनसे बहस शुरू कर दी जो जल्दी ही हाथापाई में बदल गई. इस दौरान एक युवक ने खान को पीटा और उनकी वर्दी फाड़ दी. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें खान को सरकारी वाहन के अंदर पीटा जाता दिख रहा है. वह फटी वर्दी में चलते हुए नजर आए.
पुलिस ने मामले में जितेन्द्र यादव नाम के युवक से पूछताछ की और नोटिस देकर छोड़ दिया. वहीं, दो अन्य युवकों की तलाश जारी है. इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर वीडियो शेयर करते हुए पूछा कि राज्य में पुलिसकर्मियों की पिटाई कितनी बार गैर-संज्ञेय अपराध बनेगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान युवकों ने आपत्तिजनक धार्मिक टिप्पणियां भी कीं.
कांग्रेस ने पूछा, 'मोहन यादव (मुख्यमंत्री) जी, अपने गृह मंत्री से पूछिए और एक सर्कुलर जारी कीजिए, राज्य में पुलिस की पिटाई कितनी बार आपके लिए गैर-संज्ञेय अपराध होगी?' विपक्षी दल के अनुसार, रानी कमलापति स्टेशन पर शराबी की ओर से पुलिसकर्मी की पिटाई सरकार की बेशर्मी और अक्षमता को दर्शाती है.
भाजपा ने दिया ये जवाब
इस पर भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने जवाब देते हुए कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ा. उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में न जनता सुरक्षित थी और न ही पुलिस. आज भाजपा शासन में कानून-व्यवस्था बेहतर है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है.
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