MP के श्योपुर में टापू पर बसे सूंडी गांव से 26 लोगों का रेस्क्यू, SDRF ने अब तक 940 को सुरक्षित निकाला

जिला प्रशासन सतर्कता बरतते हुए टापू बने गांवों से लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में आज पार्वती नदी पर टापू बने सूंडी गांव से 26 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया.

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रेस्क्यू करती SDRF की टीम. रेस्क्यू करती SDRF की टीम.

खेमराज दुबे

  • श्योपुर,
  • 01 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 3:00 PM IST

मध्य प्रदेश के श्योपुर में पिछले 72 घंटों से जारी भारी बारिश का दौर अब थम गया है और नदियों का जलस्तर कम होने लगा है. हालांकि, पार्वती और चंबल नदियों के उफान के कारण कुछ गांव अभी भी बाढ़ से घिरे हैं. इस वजह से प्रशासन सतर्कता बरतते हुए टापू बने गांवों से लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में आज पार्वती नदी पर टापू बने सूंडी गांव से 26 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया.

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पार्वती नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से नीचे आ गया है, लेकिन सूंडी और अडवाड़ के बीच रास्ता अभी ठीक नहीं होने के कारण ग्रामीणों की मांग पर एसडीआरएफ की टीम ने मोटरबोट की मदद से 26 लोगों को रेस्क्यू कर अडवाड़ के राहत शिविर में पहुंचाया. इनमें महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग शामिल हैं.

SDM बीएस श्रीवास्तव ने aajtak को फोन पर बताया कि सूंडी गांव से सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर भेजी गई, जिसने पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित कुल 26 लोगों को सुरक्षित निकाला.

पिछले तीन दिनों में एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमों ने कुल 139 लोगों को रेस्क्यू किया है. इनमें 29 जुलाई को सांड और सूंडी से 57, 30 जुलाई को बड़ौदा और मानपुर से 56 और आज सुबह सूंडी से 26 लोग शामिल हैं. 

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जिले के बाढ़ प्रभावित अन्य गांवों जलालपुरा, झोंपड़ी, बड़ेरे, लीलदा और रेशन कॉलोनी से ग्रामीणों को बाढ़ से पहले ही निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था. इस तरह, अब तक कुल 940 लोगों को रेस्क्यू कर 11 राहत शिविरों में रखा गया है, जहां उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है.

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