इंदौर के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा क्षेत्र एक के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी से फैली बीमारी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है. गंदा पानी पीने से बीमार हुए सैकड़ों लोगों में से अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है. मृतक महिलाओं की पहचान सीमाबाई प्रजापत और उर्मिला यादव के रूप में हुई है. इसके अलावा 70 वर्षीय बुजुर्ग नंदलाल पाल की भी इलाज के दौरान मौत हो गई है.
परिजनों का आरोप है कि गंदा पानी पीने के बाद महिलाएं डिहाइड्रेशन का शिकार हो गई थीं. दोनों को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था. एक महिला की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई जबकि दूसरी ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. नंदलाल पाल को वर्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टरों ने सीपीआर देकर जान बचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके.
गंदा पानी पीने से दो महिलाओं की मौत
भागीरथपुरा इलाके में 24 दिसंबर से उल्टी दस्त की शिकायतें सामने आने लगी थीं. अब तक करीब 150 लोग बीमार हो चुके हैं. सोमवार को ही 35 से अधिक मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती कराए गए जिसके बाद मामला गंभीर हो गया. सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को इलाज में किसी भी तरह की कमी न रखने के निर्देश दिए.
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय देर रात वर्मा और त्रिवेणी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर भरोसा दिलाया कि इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. जिन लोगों ने इलाज के लिए पैसे जमा कराए हैं उन्हें वापस किया जाएगा. वहीं नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी पूरे मामले में सामने नहीं आए हैं.
ड्रेनेज लाइन फूटने से घरों में गंदा पानी सप्लाई
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीमारी फैलने के दो संभावित कारण सामने आ रहे हैं. पहला खुदाई के दौरान ड्रेनेज लाइन फूटने से गंदा पानी सप्लाई लाइन में मिलना और दूसरा पानी की टंकी के दूषित होने की आशंका. सीएमएचओ डॉक्टर माधव हसानी ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. विभाग मौतों को दूषित पानी से जोड़ने से इनकार कर रहा है लेकिन मरीजों के सैंपल लेकर जांच और इलाज की व्यवस्था की जा रही है.
धर्मेंद्र कुमार शर्मा