'ऑटो बेचकर कराया इलाज, फिर भी नहीं बचा बेटा'; छिंदवाड़ा में कफ सिरप से मरे उसैद के पिता का छलका दर्द

Chhindwara Coldrif Tragedy: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीली Coldrif कफ सिरप से 9 मासूम बच्चों की मौत के मामले ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है. परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है. 10 अक्टूबर को मृतक उसैद का जन्मदिन आने वाला था, लेकिन घर में सन्नाटा पसरा है. पिता ने ऑटो बेचकर इलाज कराया, लोगों से कर्ज लिया, लेकिन बेटा न बचा.

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Coldrif सिरप पीने के बाद मासूमों की मौत से परिवार गमगीन.(Photo:ITG) Coldrif सिरप पीने के बाद मासूमों की मौत से परिवार गमगीन.(Photo:ITG)

रवीश पाल सिंह

  • छिंदवाड़ा,
  • 06 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:18 PM IST

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीली Coldrif कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद पीड़ितों के घरों में मातम छाया है. जिन परिवारों ने अपने मासूमों को बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया, वे अब टूट चुके हैं और आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

3 साल 11 महीने के उसैद के ऑटो चालक पिता यासीन ने रोते हुए बताया कि बेटे के इलाज में करीब साढ़े 3 लाख रुपये खर्च हुए. उनके पास डायलिसिस करवाने के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्हें अपना ऑटो बेचना पड़ा. इसके बावजूद वह अपने बेटे को नहीं बचा पाए.

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उसैद के पिता ने कहा कि सदमे के कारण उस समय उन्हें पोस्टमार्टम (PM) कराने की सलाह किसी ने नहीं दी. हालांकि, अब वे PM नहीं चाहते. उसैद का इलाज पहले डॉ. अमन सिद्दीकी से होता था, जिन्होंने Coldrif सिरप लिखी थी.

10 अक्टूबर को बर्थडे 

मृतक उसैद की मां और दादी का रो-रोकर बुरा हाल है. उन्होंने बताया कि 4 दिन बाद (10 अक्टूबर को) ही उसैद का जन्मदिन आने वाला था. पूरा परिवार उत्साहित था, क्योंकि वे छोटे बेटे के साथ दोनों का केक काटते थे.

 कर्ज लेकर इलाज करवाया

मृतक अदनान (5 साल) के पिता अमीन भी गहरे सदमे में हैं. परासिया ब्लॉक में ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले अमीन ने बताया कि वे आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर हैं. उन्होंने लोगों से पैसे उधार मांगकर बेटे का इलाज करवाया. करीब 1 महीने तक उनकी दुकान बंद रही, क्योंकि वे नागपुर में बच्चे के इलाज के लिए थे.

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अमीन ने रोते हुए बताया कि बेटे ने आखिरी बार अपनी मां से कहा था कि "मुझे बचा लो घर ले चलो". अदनान के पिता अमीन और दादा मजीब ने आरोपियों को माफिया बताते हुए उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की है. अमीन ने भी उस समय पोस्टमार्टम नहीं करवाया था.

डॉक्टर सोनी को समर्थन
इस बीच, जहरीली दवा लिखने के आरोप में गिरफ्तार हुए डॉक्टर प्रवीण सोनी को स्थानीय समुदाय का समर्थन मिल रहा है. परासिया के अन्य मेडिकल स्टोर संचालक डॉ. सोनी का समर्थन कर रहे हैं. वे कह रहे हैं कि 40 साल से डॉक्टर सोनी प्रैक्टिस कर रहे हैं, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ. उनका मानना है कि दवाई का कोई बैच अमानक हो गया होगा, जिससे मौतें हुई हैं. डॉक्टर सोनी को दिखाने के लिए लोग दूर-दूर से अपने बच्चों को लाते थे.

डॉ. प्रवीण सोनी के निजी क्लिनिक के पास ही उनकी पत्नी ज्योति का मेडिकल स्टोर है, जहां से Coldrif सिरप दी जाती थी. फ़िलहाल, क्लिनिक और मेडिकल स्टोर दोनों सील हैं.

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