'प्रोजेक्ट चीता' को बड़ी कामयाबी, कूनो नेशनल पार्क में तीन नए शावकों का हुआ जन्म

केंद्रीय मंत्री ने पोस्ट में कहा कि परियोजना में शामिल सभी विशेषज्ञों, कूनो वन्यजीव अधिकारियों और भारत भर के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई.

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KNP में मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया KNP में मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया

रवीश पाल सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 03 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:35 PM IST

नए साल पर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी आई है. यहां मादा चीता आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया है. इसे लेकर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने X पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा कि नामीबियाई चीता आशा ने मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में तीन शावकों को जन्म दिया है. उन्होंने इस डवलपमेंट को प्रोजेक्ट टाइगर की बड़ी सफलता करार दिया.

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केंद्रीय मंत्री ने पोस्ट में कहा कि परियोजना में शामिल सभी विशेषज्ञों, कूनो वन्यजीव अधिकारियों और भारत भर के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई. उन्होंने इसे 'पारिस्थितिकी संतुलन को बहाल करने के लिए PM मोदी द्वारा परिकल्पित प्रोजेक्ट चीता के लिए एक बड़ी सफलता' करार दिया.


कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में 14 वयस्क और चार शावक मौजूद है. इनमें 7 नर चीते गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक शामिल हैं, जबकि 7 मादा चीतों में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं. इनमें से अभी केवल दो चीते ही खुले जंगल में मौजूद हैं, जो भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को दिख सकते हैं, जबकि शेष सभी चीते अभी बड़े बाड़े में ही रखे गए हैं.

कूनो नेशनल पार्क में देश की पहली चीता सफारी बनने बनने जा रही है. यहां पर पर्यटकों के लिए सेसईपुरा में कूनो नदी क्षेत्र को शामिल कर चीता सफारी विकसित की जाएगी. इसका प्रस्ताव सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास भेजा गया था, जिसे कूनो फेस्टिवल के पहले स्वीकृति मिल गई है. अब जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर करीब 50 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.

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पार्क प्रबंधन के मुताबिक शावकों को अगले कुछ महीनों तक वेटनरी डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा जाएगा. इन्हें बाड़े में कब छोड़ना है, इसका फैसला केंद्र सरकार द्वारा बनाई समिति ही निर्धारित करती है.

आशा से पहले पिछले साल मार्च में ज्वाला नाम की मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था, लेकिन कुछ ही दिनों में इनमें से 3 शावकों की मौत हो गई थी. तब कूनो पार्क प्रबंधन की काफी किरकिरी हुई थी. हालांकि चौथा शावक करीब 3 महीने तक वेटनरी डॉक्टरों की निगरानी में रहा और अब पूरी तरह स्वस्थ है.

बता दें कि 17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी के जन्मदिन पर 8 चीते, जो नामीबिया से लाए गए थे. उन्हें कूनो में छोड़ा गया था. इसके बाद फरवरी 2023 में साउथ अफ्रीका से 12 चीते यहां छोड़े गए थे, लेकिन इनमे से 6 वयस्क चीतों की मौत हो चुकी है.

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