MP: जिसकी तेरहवीं कर चुके थे परिजन, वह 15 साल बाद घर लौटा, कहां कैसे बीता वक्त, बताई पूरी कहानी

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले (Balaghat MP) का एक व्यक्ति 15 साल पहले नागपुर में अपने साथियों से बिछड़ गया था. उसकी काफी खोजबीन की गई, लेकिन वह नहीं मिला. परिजन उसे मृत मानकर तेरहवीं कर चुके थे. वही व्यक्ति अब 15 साल बाद घर लौट आया है. इस समय उसकी उम्र 52 साल हो चुकी है.

Advertisement
प्रशासनिक अधिकारियों से मदद मांगने पहुंचे परिजन. प्रशासनिक अधिकारियों से मदद मांगने पहुंचे परिजन.

aajtak.in

  • बालाघाट,
  • 24 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:33 PM IST

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले (MP Balaghat) का एक शख्स 37 साल की उम्र में 15 साल पहले काम की तलाश में निकला था. वह नागपुर में अपने साथियों से बिछड़ गया था. साथियों ने काफी ढ़ूंढ़ा, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद गांव के लोग वापस आ गए. परिवार वालों ने भी कई साल तक तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला.

Advertisement

इसके बाद परिजनों ने ब्रजलाल को मृत समझकर तेरहवीं कर दी. अब 15 साल बाद पता चला कि ब्रजलाल जीवित है तो घरवालों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ब्रजलाल अब अपने घर लौट चुका है. 

जानकारी के अनुसार, ब्रजलाल संरक्षित जनजाति बैगा समुदाय का है. वह बालाघाट की नक्सल प्रभावित पुलिस चौकी पाथरी के ग्राम पंचायत लहंगाकन्हार के सोमटोला का रहने वाला है. वह अपने गांव के कुछ लोगों के साथ 15 साल पहले मजदूरी करने नागपुर महाराष्ट्र गया था. वहां कुछ दिन तक काम करने के बाद वह भटक गया था.

ब्रजलाल के छोटे भाई.

केरल, छत्तीसगढ़, दिल्ली व पश्चिम बंगाल में भटकता रहा

ब्रजलाल को ज्यादा समझ नहीं थी. इसके चलते वह इतने दिनों तक केरल, छत्तीसगढ़, दिल्ली, पश्चिम बंगाल सहित अन्य जगह भटकते हुए झारखंड के जमशेदपुर पहुंचा, वहां वह बीमार हालत में भटक रहा था. जमशेदपुर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मदद करते हुए ब्रजलाल के लिए व्यवस्था की.

Advertisement

ब्रजलाल बीते 8 महीने से जमशेदपुर में रह रहा था. ब्रजलाल जब बोलने में समर्थ हुआ, तब उसने बताया कि वह बैगा समाज से है. उसके बताए अनुसार सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आदिवासी समाज के लोगों से संपर्क किया. इस दौरान पता चला कि ब्रजलाल बालाघाट जिले का निवासी है.

परिजनों ने जिला प्रशासन से मदद के लिए लगाई गुहार

इसके बाद ब्रजलाल के परिजनों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई. प्रशासन की मदद से ब्रजलाल घर लौट आया है. उसका सभी ने स्वागत किया. ब्रजलाल की उम्र अब 52 साल हो चुकी है. ब्रजलाल ने नागपुर में अपने साथियों से बिछड़ने की कहानी सुनाई और कहा कि वह अपने परिवार से मिलकर बहुत खुश है,अब कभी बाहर नहीं जाऊंगा. - (रिपोर्टः अतुल वैद्य)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement