लेखक, स्टोरी टेलर और पत्रकार नीलेश मिसरा ने 'साहित्य आज तक' में बताया कि उनके अंदर का पत्रकार आज भी जिंदा है, वहीं मौजूदा दौर की पत्रकारिता की कमियों पर चर्चा करते हुए नीलेश ने बताया कि आज के दौर में ओपिनियन बहुत है, लेकिन जानकारी बहुत कम है.