साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक' का मंच एक बार फिर सज चुका है. मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित 'साहित्य आजतक' का ये 8वां संस्करण है. इस कार्यक्रम का आगाज करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जीक्यूटिव एडिटर इन चीफ कली पुरी ने कहा कि जब ज़िंदगी इतनी नाज़ुक है, तो रिश्ते उतने ही मज़बूत होने चाहिए. रिश्ते बनते हैं हमारी कहानियों से, हमारे किस्सों से और जिन्हें हमेशा ज़िंदा रखता है साहित्य. देखें पूरा स्वागत भाषण.