कुमार विश्वास, नेहा कक्कड़ और पीयूष मिश्रा... साहित्य आजतक के पांच इवेंट जिन्हें आप बिल्कुल मिस नहीं कर सकते

साहित्य आजतक 2025 का आयोजन दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 21 से 23 नवंबर तक होगा, जिसमें साहित्य, संगीत, अभिनय और कला के दिग्गज हिस्सा लेंगे. कुमार विश्वास अपनी रामकथा प्रस्तुत करेंगे, जबकि तीन ताल के ताऊ, खान चा और सरदार जीवन, समाज और सियासत पर बेबाक बातचीत करेंगे,

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साहित्य आजतक में रामकथा, अपने-अपने राम सुनाएंगे कुमार विश्वास साहित्य आजतक में रामकथा, अपने-अपने राम सुनाएंगे कुमार विश्वास

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:54 PM IST

साहित्य आजतक का मंच सजकर तैयार है और पलकें बिछाए आपका इंतजार कर रहा है. गुलाबी सर्दी के दिन हैं और धूप भी नर्म लगने लगी है. 1 दिन और बाकी हैं और फिर देश की राजधानी दिल्ली में होने वाला है साहित्य से जुड़ा ये सबसे बड़ा आयोजन, जहां होगी बैठकी, बतकही और बहुत सारी अच्छी बातें. 

अगर आपमें भी साहित्य, गीत-संगीत और कला- अभिनय आदि की विधा के पुरोधाओं से मिलने की इच्छा हिलोरें मारती हैं तो साहित्य आजतक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है. यहां आप अपने पसंदीदा साहित्यकारों से रूबरू हो सकते हैं. अभिनेताओं को सामने देख उनकी बाते, उनकी आपबीती सुन सकते हैं और अपने पसंदीदा सिंगर्स को लाइव सुन सकते हैं. 
तो देर किस बात की है, कैलेंडर में मार्क कर लीजिए और नवंबर की 21, 21 और 23 तारीख को राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में पहुंच जाइए. यही वो जगह है जो कई दिग्गजों से गुलजार होने वाली है. 

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भारत के सबसे तेज और सबसे बड़े हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' की ओर से हर साल सजने वाले इस महाकुंभ का आगाज होने ही वाला है. आइये आपको बताते हैं साहित्य आजतक के पांच ऐसे खास इवेंट जिन्हें आप भूलकर भी भूल न जाइएगा.

कुमार विश्वास सुनाएंगे 'रामकथा'

इस बार तमाम दिग्गजों के बीच आपके लिए खास आकर्षण का केंद्र होंगे कवि कुमार विश्वास. बीते कई वर्षों से कुमार विश्वास को आप उनकी प्रेमरस में पगी कविताओं के लिए पहचानते हैं. इसके साथ ही उन्होंने देशभक्ति से ओत-प्रोत कविताओं से भी लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है. हाल के दिनों में उन्होंने रामकथा पर आधारित अपनी स्टेज प्रस्तुति 'अपने-अपने राम' के जरिए जहां खुद की नई पहचान गढ़ी है, वहीं युवाओं तक श्रीराम और रामकथा के आदर्श के साथ उसके मर्म को पहुंचाने का काम किया है.

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खास बात है कि साहित्य आजतक में कुमार विश्वास तीनों दिन (21, 22 और 23 नंवबर) को शिरकत करने वाले हैं और अपनी अलग-अलग प्रस्तुतियों के साथ दर्शकों से मुखातिब होंगे. उनकी खास प्रस्तुतियों को सामने देखना-सुनना और उन्हें महसूस करना एक खूबसूरत अहसास देने वाला मौका होगा. 

तीन ताल का खास तड़का

साहित्य आज तक 2025 में इस बार तीन ताल का अनोखा अंदाज़ गूंजने वाला है. ताऊ, खान चा और सरदार- तीन अलग सुर, लेकिन एक ही ताल, लेकर आ रहे हैं ज़िंदगी, समाज और सियासत पर अपनी वही दिलचस्प, बेबाक और हंसी से भरी बातचीत! यह सिर्फ़ पॉडकास्ट नहीं, बल्कि जिंदगी का एक अनुभव है. जहां हर बात में होती है ठिठोली, हर मज़ाक में छुपा होता है मतलब, और हर तर्क के पीछे झलकती है सच्चाई.

बॉलीवुड: नॉस्टेल्जिया से न्यू एरा तक
तीन दिन के इस आयोजन में आपको बॉलीवुड की भी खूबसूरत झलक देखने को मिलेगी. न सिर्फ देखने बल्कि सुरलहरियों में खो जाने का मुफीद मौका भी होगा. जहां नेहा कक्कड़ के गीत आपको झूमने पर मजबूर करेंगे तो वहीं  सिंगर अल्ताफ राजा के साथ, 'तुम तो ठहरे परदेशी' गुनगुनाने का मौका मिलेगा. यानी 90s के नॉस्टेल्जिया से आज के दौर तक के संगीत का भरपूर इंतजाम है. जसबीर जस्सी के पंजाबी गाने, हरगुन कौर की सूफियाना आवाज आपको अलग ही आनंद का अहसास कराएगी.

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वीर रस की कविताएं और शायरों के कलाम भी गूंजेंगे
पहले दिन देशभक्ति और वीर रस की कविताओं से मंच गूंज उठेगा. देश के नामचीन कवि अपनी पंक्तियों के जरिए शौर्य, बलिदान और मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव जगाएंगे. वीर रस कवि सम्मेलन में कवि कर्नल वीपी सिंह, कमांडर समोद सिंह, मदन मोहन समर, कवयित्री कविता तिवारी, विनीत चौहान, मनीष मधुकर शामिल होंगे. इन कवियों के ओजस्वी शब्द दर्शकों में जोश और देशभक्ति का संचार करेंगे.

किस्से और कहानियों के दौर

तीसरे दिन स्टेज-2 दस्तक दरबार में आपसे रूबरू होंगी, साध्वी भगवती सरस्वती, जो हृषिकेश में स्थापित परमार्थ की निकेतन की इंटरनेशनल डाइरेक्टर हैं. उनकी ख्याति अध्यात्मिक नेता के तौर पर भी है और वह युवाओं के बीच मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर भी मशहूर हैं. साध्वी भगवती मंच के जरिए आपसे मन, आत्मा और मोक्ष की बातें करेंगी. फिर चलेंगे किस्से कहानियों के दौर... जब आपके साथ होंगे दिव्य प्रकाश दुबे जो उपन्यासकार हैं, स्क्रिप्ट राइटर भी हैं और बहुत बेहतरीन कहानीकार भी हैं.

उनके साथ बात करके आप जानेंगे कि नए दौर की कहानियां कितनी बदली हैं. स्क्रिप्ट लेखन की क्या-क्या बारीकियां हैं और कहानी कहने-सुनाने की अदा किस तरह एक मजेदार कला में तब्दील हो जाती है. एक खास सेशन में स्टोरी टेलर लक्ष माहेश्वरी मंच पर आपसे रूबरू होंगे और स्टोरी टेलिंग की अपनी जर्नी आपके सामने रखेंगे.

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साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में अभी रजिस्टर करें.
तारीख: 21, 22 और 23 नवंबर, 2025
आयोजन स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम,नई दिल्ली
रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट: aajtak.in/sahitya

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