साहित्य आजतक 2019: इम्तियाज अली बोले- दिखना नहीं, दिखाना चाहता हूं

साहित्य के सबसे बड़े महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2019' का तीसरा और आखिरी दिन आज है. इस कड़ी में 'दस्तक दरबार' मंच पर फिल्म निर्माता-निर्देशक और लेखक इम्तियाज अली पहुंचे.

Advertisement
साहित्य आजतक 2019 (Sahitya Aajtak 2019) साहित्य आजतक 2019 (Sahitya Aajtak 2019)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:39 PM IST

  • साहित्य आजतक 2019 का आखिरी दिन आज
  • दस्तक दरबार मंच पर पहुंचे इम्तियाज अली

साहित्य के सबसे बड़े महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2019' का तीसरा और आखिरी दिन आज है. इस महाकुंभ में साहित्य और संगीत से जुड़ी कई हस्तियां शिरकत कर रही हैं. इस कड़ी में 'दस्तक दरबार' मंच पर फिल्म निर्माता-निर्देशक और लेखक इम्तियाज अली पहुंचे. लव आज कल सेशन में इम्तियाज अली ने कई दिलचस्प किस्से शेयर किए.

Advertisement


उन्होंने बताया कि उनका बचपन से ही थिएटर में इंट्रेस्ट था, लेकिन 11वीं  क्लास में आने के बाद उन्होंने सोच लिया था कि उन्हें दिखना नहीं, दिखाना है. इम्तियाज अली ने कहा कि जो मैं समाज में देखता हूं, वहीं मैं अपनी फिल्मों में दिखाना चाहता हूं और लोगों को उससे जोड़ना चाहता हूं.

तमाशा मूवी को लेकर रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण पर पूछे गए सवाल के जवाब में इम्तियाज ने बताया, 'काम करते वक्त कलाकारों का बहुत सेल्फिश मकसद होता है कि काम अच्छा हो सके. वह अपनी निजी जिंदगी या बाकी चीजों के चलते इसे खराब नहीं होने देना चाहता.' उन्होंने बताया कि फिल्म बनाते वक्त मैं ये नहीं सोच रहा होता कि थोड़ा सा तड़का डाल दूं और पब्लिक मुझे ढेर सारे पैसे दे दे. मैं फिल्म इसलिए बनाता हूं क्योंकि कोई कहानी है जिसे मैं सुनाना चाहता हूं.

Advertisement

मैं बैलेंस रहता हूं, चाहे कोई सरकार हो

क्या फिल्म इंडस्ट्री या देश में तनाव पैदा किया गया है? इस सवाल के जवाब में इम्तियाज अली ने कहा- मैं ऐसा नहीं मानता. मैं इंडस्ट्री का प्रतिनिधि नहीं हूं. ये मेरा विचार नहीं है. मेरी जिंदगी राजनीति में नहीं है तो क्यों कमेंट करूं? मैं फिल्में बनाना पसंद करता हूं. मुझे जिसकी कम जानकारी होती है मैं वहां भी ज्यादा नहीं बोलता हूं. इम्तियाज अली ने कहा कि मैं बैलेंस रहता हूं, चाहे कोई भी सरकार हो.

हाल ही में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने एक खास कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें कला और मनोरंजन जगत के दिग्गज सितारों ने शिरकत की थी. शाहरुख खान, आमिर खान, सोनम कपूर, कंगना रनौत, जैकलीन फर्नांडिस, इम्तियाज अली, एकता कपूर, अनुराग बसु जैसे स्टार्स इस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे.

क्या फिल्म इंडस्ट्री में राष्ट्रवाद मोदीवाद में परिवर्तित हो गया है? इसके जवाब में इम्तियाज अली ने कहा कि पीएम अगर आपको न्योता देते हैं कि, आइए अपने विचार व्यक्त करिए, मैं गांधी के ऊपर फिल्मों को बनाना चाहता हूं. तो कोई किस कारण से नहीं जाएगा? ऐसी कोई बात नहीं थी कि कोई ना जाए. इसलिए सारे लोग गए. मैं मानता हूं कि सारी दुनिया में लोग उत्तेजित हैं. मुझे लगता है कि लहर की तरह ये भी गुजर जाएगा. हमें अपनी जगह नहीं छोड़नी है.


Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement