Pregnancy Yoga Poses: नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रेग्नेंसी में जरूर करें ये 3 योगासन

प्रेग्नेंसी में योग करने से सेहत और मूड दोनों अच्छा रहता है. योग ना केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि यह शरीर को होने वाले लेबर के लिए तैयार भी करता है. कुछ खास योगासन पेल्विक मसल्‍स को मजबूत बनाते हैं जिससे नॉर्मल डिलीवरी आसानी से हो जाती है.

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प्रेग्नेंसी में किए जाने वाले योगासन प्रेग्नेंसी में किए जाने वाले योगासन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST
  • नॉर्मल डिलीवरी के लिए योगासन
  • सेहत को सही रखता है योग
  • प्रेग्नेंसी में सुरक्षित हैं ये योगासन

प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादातर महिलाओं की चाह नॉर्मल डिलीवरी की होती है लेकिन कभी-कभी कुछ दिक्कतों की वजह से डॉक्टरों को सिजेरियन डिलीवरी करानी पड़ती है. प्रेग्नेंसी के दौरान अगर शरीर सेहतमंद हो तो इस तरह की दिक्कतों से बचा जा सकता है. योग ना केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि यह शरीर को होने वाले लेबर के लिए तैयार भी करता है.

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वेलनेस कोच जयती सहगल कुछ ऐसी ही योगासन बता रही हैं जिससे पेल्विक मसल्‍स मजबूत होते हैं और डिलीवरी नॉर्मल होती है. ये आसन प्रेग्नेंसी में होने वाली दर्द में भी राहत देते हैं और नींद अच्छी आती है. प्रेग्नेंसी में योग करने से सेहत और मूड दोनों अच्छा रहता है. आइए जानते हैं इन आसन के बारे में.

मालासन- नॉर्मल डिलीवरी के लिए मालासन सबसे उपयुक्त आसन है. इसे प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही से शुरू किया जा सकता है. 

बद्धकोणासन- नेचुलर डिलीवरी के लिए आसन बहुत जरूरी है. इस आसने को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही से ही शुरू किया जा सकता हैऔर पूरे 9 महीने तक किया जा सकता है. इसे-20-30 बार किया जा सकता है.

स्टैंडिंग स्क्वाट्स- इस आसन को खड़े होकर किया जाता है. इसे 15-20 बार किया जा सकता है. स्टैंडिंग स्क्वाट्स पेल्विक मसल्स को मजबूत करते हैं. अगर आप पहली बार कर रही हैं तो इसे 10 बार ही करें फिर इसे धीरे-धीरे बढ़ाएं. वीडियो में देखकर आप योगासन को और बेहतर तरीके से सीख सकती हैं-

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